भागलपुर/ निभाष मोदी
20 दिनों से पानी के लिए तरस रहे महादलित परिवार
भागलपुर,दलित जिन्हें पहले अछूत कहा जाता था वह भारत की कुल आबादी का 16.6 फीसद है ,इन्हें अब सरकारी आंकड़ों में अनुसूचित जातियों के नाम से जाना जाता है, आधुनिक भारत में भी वर्ण भेद अभी खत्म नहीं हुआ ,ताजा मामला भागलपुर जिला के बरारी थाना क्षेत्र का है, बता दे कि जीवन जीने के लिए पानी पीना अति आवश्यक है बिना पानी के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है लेकिन अपने समाज में वर्ण व्यवस्था पर इस तरह कुठाराघात हो रहा है कि कई महादलित परिवार कई दिनों से पानी पीने के लिए तरस गए हैं बच्चे प्यास से बिलक रहे हैं अभी भी वर्ण व्यवस्था काफी हावी है, उच्च वर्ग के लोग दलित परिवार के लोगों को पानी पीने से भी वंचित करते दिख रहे हैं। बरारी थाना अंतर्गत बड़ी खंजरपुर में महादलित परिवार की पूरी एक बस्ती सरकारी जगहों पर रह रहे हैं, वह सरकारी नल से पानी पीने का काम किया करते थे परंतु कुछ दबंगों ने उस नल को ही तोड़ दिया और दबंगों का साफ तौर पर कहना हुआ कि तुम लोग अछूत जाति से आते हो तुमने यह नल छूकर पानी को अछूता कर दिया है, आयंदे अगर इस नल को किसी ने छुआ तो मैं वहीं पर उसे स्वर्ग लोक पहुंचा दूंगा, यह बात कोई और नहीं बल्कि वही खंजरपुर के कपिल यादव नकुल यादव एवं उनके कुछ दबंग साथी कमजोर व गरीब तबके के पासवान जाति के लोगों से कह रहे हैं, अब सवाल यह उठता है कि इस आधुनिक भारत में भी अगर इस तरह की वर्ण व्यवस्था पर कुठाराघात दिखेगा तो कैसे समझा जाए कि हमारा भारतवर्ष आजाद हो गया है और हम सब भाई भाई हैं।
बरारी थाना नहीं लेकर जाना पड़ा एससी / एसटी थाने
बरारी बड़ी खंजरपुर का रहने वाला पवन पासवान कहते हैं हमलोग जब सरकारी लगे नल से पानी लाने गए तो दबंग कविलाल यादव नकुल यादव और उनके कुछ दबंग दोस्तों ने नल की टोटी ही तोड़ दिया और कहा आयंदे इस नल को नहीं छूना, तुमलोग नल को छूते हो तो वह पानी अछूता हो जाता है जो हमलोगों को गवारा नहीं ,वही जबरन चुन्नू पासवान जब टूटे हुए नल की मरम्मत करने गया तो दबंगों ने जमकर पिटाई कर दी, पहले तो वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गया फिर जब उठा तो देखा शरीर में कई जगह चोट लगने के दाग है, तभी सभी मिलकर इस बात की शिकायत करने बरारी थाना पहुंचे तो वहां थानाध्यक्ष साफ तौर पर कह दिए कि यहां कोई रिपोर्ट नहीं लिखी जाएगी फिर पूरे गांव के लोग अपनी फरियाद लेकर हरिजन थाना पहुंचे और वहां फेरियाद लिखी गई लेकिन इस आधुनिक भारत में इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति को ,यह कहीं ना कहीं सरकार भी पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
पिंकी देवी ने कहा मुझे अछूत कहकर नहीं भरने दिया जाता पानी, मैं और मेरे बच्चे तड़प रहे हैं पानी के बिना
पिंकी देवी ने बताया हम लोगों को अछूत मानकर यहां के दबंग लोग कपड़े सफाई करने से लेकर पीने के पानी तक नहीं देना चाहते ,साफ तौर पर यहां के दबंगों का कहना है हम लोग उच्च जाति के लोग हैं तुम लोग निम्न जाति के लोग हो तुम्हारे नल छूने से पानी दूषित हो जाती है और हम लोग भी अछूते हो जाते हैं इसलिए यहां के नल से पानी नहीं लेना है ,वही पिंकी देवी ने बताया अगर हमलोग सरकारी नल से पानी नहीं लेंगे तो पिएंगे क्या ? 20 दिनों से किसी तरह पानी बचा बचा कर पी रही हूं अभी भी हम लोगों के साथ उच्च जाति के लोग वर्ण भेद कर रहे हैं हमें नीचा समझकर दुत्कार रहे हैं कहां तक सहन करूँ, इसी मामले को लेकर पासवान समुदाय के तकरीबन 10 घरों के लोग आज हरिजन थाना अपने न्याय की गुहार लगाने पहुंचे।