भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर से एक अजीबोगरीब खबर सामने आ रही है, एक तरफ जहां पूरे सूबे में 22 मार्च को 111 वें वर्षगांठ पर बिहार दिवस मनाया जा रहा था वही भागलपुर के जिलाधिकारी ने भी कई जगहों पर कार्यक्रम के आदेश दिए थे इसी बाबत बिहार दिवस पर कई जगहों पर नुक्कड़ नाटक कला जत्था के तहत बिहार गीत व पर्यावरण व साफ-सफाई के गीत नृत्य का कार्यक्रम होना तय हुआ था लेकिन भागलपुर के कचहरी चौक पर जैसे ही नुक्कड़ नाटक की टीम ने अपना कार्यक्रम शुरू किया वैसे ही एक सनकी युवक ने.
डंडे दिखाकर गाली गलौज करते हुए पूरे टीम को वहां से भगा दिया और कहा कि बिहार दिवस का कोई कार्यक्रम नहीं होने दूंगा यह सिर्फ बकवास है, अपनी गाड़ी यहां से हटाओ नहीं तो बहुत बुरा होगा, यह सारी घटना यातायात पुलिस के सामने हो रही थी लेकिन जनाब इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए हालांकि बीच बचाव करने के लिए वहां के कुछ लोग और यातायात पुलिस पहुंचे फिर जाकर मामला शांत हुआ ।
वही कलाकारों ने डर के भय से अपना वाद्य यंत्र समेटा और सहमते हुए वहां से चलते बने, अब सवाल यह उठता है कि जब जिला प्रशासन बिहार दिवस कार्यक्रम को लेकर चौक चौराहों पर लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम का आयोजन करवाने जा रही थी तो फिर कलाकारों को कोई सुरक्षा क्यों नहीं।
वही नुक्कड़ नाटक के कलाकारों ने कहा हम लोग जिला प्रशासन के आदेश पर बिहार दिवस के अवसर पर नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक करने आए थे लेकिन इस तरह के रवैया से हम लोग काफी डरे और सहमे हैं हम लोगों को डंडे से मार कर भगाना और गाली गलौज करना यह कहां तक सही है।
गौरतलब हो कि इस नुक्कड़ नाटक टीमें तीन महिला कलाकार और सात पुरुष कलाकार शामिल थे, जब सलकी युवक ने डंडा निकाला तो सभी महिला कलाकार दुबक कर ई-रिक्शा में जा घुसी और पुरुष कलाकार अपने सामानों को समेटने लगे देखते ही देखते या हाई वोल्टेज ड्रामा उस नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम का माहौल ही बदल डाला।