भागलपुर/ निभाष मोदी
पहले महिलाएं शराबबंदी को लेकर की थी आवाज बुलंद अब महिलाएं दहेज प्रथा को जड़ से मिटाने को लेकर मुख्यमंत्री से करते दिखीं अपील
भागलपुर, गांधी जी ने अगर शराब को लेकर दुष्परिणाम की बात कही थी तो दहेज प्रथा को लेकर भी सामाजिक दुष्परिणाम बताया था। उसी कड़ी में अगर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा में शराब बंदी को लेकर जीविका दीदी और महिलाओं की आवाज को ताकत दिया है तो दहेज पर खामोशी और कड़े कानून कहाँ हैं!
भागलपुर में समाधान यात्रा के दौरान सीएम से मिलने आई महिलाओं और जीविका दीदी के मेंटर से बात किया गया तो एक तरफ से सभी महिलाओं ने कहा जिस तरह बिहार में शराबबंदी हुई है .
उसी तरह दहेज प्रथा को पूर्णरूपेण बिहार में जड़ से खत्म करना चाहिए यह कानून वर्षों से चलता आ रहा है लेकिन धरातल पर नहीं उतर पा रहा वहीं महिलाओं ने कहा मुख्यमंत्री से हम लोग आज अपील करने आए हैं शराब बंदी के साथ-साथ अब दहेज लेनदेन करने वालों पर भी कड़ी से कड़ी सजा दी जाए जिससे समाज में बदलाव आए और दहेज प्रथा खत्म हो वही समाधान यात्रा में नितीश कुमार के भागलपुर पहुंचते ही खासकर महिलाएं व जीविका दीदी एक ही नारा लगाते दिखे उनका कहना था “अपने देश का प्रधानमंत्री कैसा हो नीतीश कुमार जैसा” जब महिलाएं यह नारा लगाने लगे तो पूरा सिपेट में उपस्थित लोगों ने भी एक सुर में नितेश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नारेबाजी करते दिखे।
दहेज प्रथा को जड़ से मिटाने का बीड़ा उठाने का संकल्प लेंगे मुख्यमंत्री
महिलाओं से जब दहेज प्रथा पर सवाल किया गया तो उनका साफ तौर पर कहना हुआ कि यह अपने समाज के लिए अभिशाप है इसे जल्द से जल्द जड़ से मिटाने की जरूरत है और वह कोई और नहीं हमारे मुखिया बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही कर सकते हैं।