ढोलबज्जा से मनीष कुमार की रिपोर्ट
ढोलबज्जा: कदवा ओपी थाना क्षेत्र के कबीर मठ आश्रम टोला के मामले में मठ के अध्यक्ष ज्ञान स्वरूप गोस्वामी के द्वारा खैरपुर कदवा पंचायत के भूतपूर्व सरपंच जय नारायण सिंह उर्फ जालो सिंह पर लगाए गए आरोप को झूठा बताते हुए जालो सिंह ने बुधवार को कदवा ओपी थाने में लिखित आवेदन दिया है.
आवेदन में भूतपूर्व सरपंच जालो सिंह ने कहा है कि- करीब 6 माह पूर्व मठ के संचालन व अन्य गतिविधियों को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों के बीच एक बैठक बुलाई गई थी. जिसमें मठ के अध्यक्ष ज्ञान स्वरूप गोस्वामी से 10 साल के आमदनी व खर्च का ब्यौरा मांगे जाने पर उन्होंने हिसाब दिए बगैर बकवास कर लिया था.
ज्ञात हो कि आश्रम टोला कबीर की करीब सारे तीन बीघा जमीन है. जिसमें कुछ लीज व सुध भरना के रूप में स्थानीय लोगों के पास लगाया गया है. जिसका पैसा ज्ञान स्वरूप गबन किया हुआ है. हर साल ₹150000 मठ की आमदनी लेकर ज्ञान स्वरूप यहां से फरार हो जाते हैं. जहां मठ का आज तक उन्होंने कोई विकास नहीं किया है. मठ में रह रहे साधु-संतों को भोजन तक मुहैया नहीं कराते हैं. जो भी संत लोग रहते हैं वह खुद अपना पैसा से राशन पानी का खर्च उठा रहे हैं. मठ में संतो के लिए रखे गए 125 पीस थाली से लेकर अन्य सामान भी यहां से ज्ञान स्वरूप लेकर चले गए. कबीर मठ में अभी रह रहे छट्ठू दास अपना करीब ₹30000 का राशन खा चुका है. जिसे ज्ञान स्वरूप के द्वारा नहीं दिया जा रहा है. उल्टे रह रहे महंत को भगाने के लिए थाने में आवेदन दिया गया है.
साथ ही भूतपूर्व सरपंच ने दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन कदवा थाने में देते हुए कहा है कि- 12 नवंबर को मठ के मामले को लेकर एक बैठक बुलाई गई है. जिसमें ज्ञानस्वरूप गोस्वामी आने से भाग रहे हैं. उन्हे़ बुलाकर विवाद को सुलह कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है. वही ज्ञान स्वरूप गोस्वामी ने बताया कि मेरे पास समय का अभाव है. मठ में रह रहे महंत की गलत व्यवहार के कारण उसे हटाने के लिए कदवा थाने की पुलिस को कहा गया है. सरपंच के द्वारा मेरे ऊपर लगाए गए आरोप गलत हैं. जो जमीन की पैसा लेकर भागने का मेरे ऊपर आरोप लगाया गया है. वह जमीन पहले रह रहे महंत ने खुद भरना व लीज पर रख कर चले गए हैं.