नारायणपुर – प्रखंड के भ्रमरपुर गॉव के शिक्षाविद,कवि, लेखक एवं समाजसेवक दिवंगत प्रो. बॉके बिहारी झा ‘करील’द्वारा रचित ‘ अभिसारिका- आत्मा से अनंत तक एवं हितोपदेश ‘ का भव्य विमोचन दिल्ली के हिन्दी भवन में किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत द्विप प्रज्वलन, शाँति मंत्र एवं शंखनाद के साथ शुभारंभ हुआ.कार्यक्रम में अयोध्या के महान संत सीताराम बल्लभ दास महाराज एवं विद्वतजन डाॅ. उमाशंकर पचौरी (भारतीय शिक्षा मंडल) दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ हरीश अरोड़ा एवं डाॅ सुषमा सहरावत, प्रकाशक एवं पत्रकार मनमोहन शर्मा के साथ डाॅ.दिनेश श्रीवास्तव ने भव्य विमोचन किया.
विमोचन पुर्व संत महाराज के साथ साथ सभी मंचासीन विद्वानों का पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र से पारंपरिक स्वागत किया गया.अपने संबोधन में सभी मंचासीन विद्वतजनों ने करील के व्यक्तित्व उनके जीवन एवं उनकी कालातीत रचनाओं की प्रशंसा की.कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान हेमांगिनी झा द्वारा गाए गए स्वागत गान ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए.कार्यक्रम का संचालन शुभांगिनी चन्द्रिका के द्वारा किया गया.
ज्ञात हो करील की पूर्व रचना ‘करील कादम्बिनी ‘ प्रसिद्ध भजन संग्रह में से एक है.इनके स्मृति में भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर परिसर में ” करील कुंज ” नाम से स्मृति स्थल है.हिन्दी भवन में विमोचन समारोह में सैकड़ों बंधु-भगिनी उपस्थित रहे.कार्यक्रम का समापन करील पुत्र कृष्ण चेतन्य झा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. इसकी जानकारी करील के भतीजा शिक्षक प्रसन्न कुमार झा ने दिया.