नवगछिया का श्रीपुर निवासी वरुण सिंह उर्फ राजकुमार सिंह उर्फ एसपी दिन में सिलाई मशीन रिपेयर करने का काम करने वाला रात में जघन्य वारदातों को अंजाम देता था. पूछताछ में वरुण ने पुलिस के सामने अपना इकबालिया जुर्म कबूल करते हुए अपनी पूरी कहानी पुलिस को बतायी है.
नवगछिया थाने में वरुण के विरुद्ध एक धोखाधड़ी और गोपालपुर थाने में हुए एक लूट के मामले में वरुण को अभियुक्त बनाया गया है. श्रीपुर निवासी बलराम सिंह पर जानलेवा हमले के मामले में भी वरुण आरोपी है. वरुण ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि नवगछिया में हुए बंगाली डॉक्टर लूट कांड में भी उसकी संलिप्तता थी. दूसरी तरफ वरुण ने स्वीकार किया है कि वह गांजा और अन्य मादक पदार्थों का भी धंधा करता था.
एक चूक से खुल गयी वरुण की कलई
वरुण भरे आराम से दिनभर सिलाई मशीन रिपेयर की दुकान को संचालित करता था तो रात में जरायम धंधे में संलिप्त हो जाता था. नवगछिया स्टेशन रोड स्थित मोहम्मद सद्दाम के दुकान को उसने किराए पर लेकर सिलाई मशीन रिपेयर सेंटर खोला था. स्थानीय लोगों को वरुण की गतिविधि हमेशा से संदेहास्पद लगी. स्थानीय लोगों का संदेह है तब और बढ़ गया जब वरुण बाइक बदल बदल कर चलाने लगा.
इसी बीच वरुण की मोटरसाइकिल पर उसके आसपास के लोगों की नजर गई तो लोगों ने देखा कि वरुण अलग-अलग मोटरसाइकिल से आता तो जरूर है लेकिन सबके नंबर प्लेट पर एक ही नंबर है. यहीं से वरुण की उल्टी गिनती शुरु हो गई. स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी तो पुलिस मौके पर पहुंची. इधर पुलिस आने की भनक मिलते ही वरुण मौके से भाग गया.
फिर पुलिस ने वरुण के दुकान के ठीक सामने से दो बाइक को जब्त कर लिया और वरुण को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने एक जाल बिछाया जिसमें वरुण आसानी से फंस गया. नवगछिया थाना के थाना अध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि वरुण के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य में जाने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.