आज दिनांक 17 मार्च दिन शुक्रवार को तेरापंथ धर्म संघ के 11वे आचार्य श्री महाश्रमण जी के विदुषी शिष्य मुनि श्री प्रशांत कुमार जी और मुनि श्री कुमुद कुमार जी उड़ीसा से विहार करते हुए चंपापुरी स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर और श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र मंदिर पहुंचे और मंदिरों का अवलोकन किया।
सर्वप्रथम सर्वप्रथम मुनि श्री ने श्वेतांबर जैन मंदिर का अवलोकन किया और तत्पश्चात मुनि श्री दिगंबर सिद्धक्षेत्र मंदिर पहुंचे। यहां भगवान वासुपूज्य की प्राचीन प्रतिमा आदि देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।मुनिश्री ने कहा कि यही एकमात्र ऐसा स्थान है जहां एक तीर्थंकर के पांच कल्याणक हुए है। वासुपूज्य भगवान का गर्भ,जन्म, दीक्षा, केवल ज्ञान और निर्वाण के पांच कल्याणक इस पवित्र भूमि पर हुए हैं। इस सिद्ध क्षेत्र में अनेक भव्य प्रतिमाएं विराजमान है ।
मुनि श्री ने कहा कि यहां वासुपूज्य भगवान के मुख्य मंदिर में बैठकर ध्यान किया तब एक दिव्य एनर्जी का अनुभव हुआ। ऐसा लगा यह कोई महान तपोभूमि है ।यहां के वातावरण में कोई विशिष्ट शक्ति है। यहां मंदिरों के प्रांगण में रामायण और महाभारत का जो सुंदर सुंदर चित्रांकन दीवारों पर किया गया है, बहुत ही आकर्षक और ज्ञानवर्धक भी है।
मुनिराजोने इस सिद्ध छेत्र के सभी पवित्र स्थानों का अवलोकन किया और बहुत प्रसंता प्रकट की। इस संस्थान के मंत्री सुनील जैन ने पूरा भ्रमण साथ में कर संपूर्ण जानकारी मुनि श्री को दी ।तेरापंथ समाज के अनेक श्रावक मुनि श्री के साथ में रहे ।
आज की ऐतिहासिक यात्रा में चंपापुरी स्थित जैन मंदिर सिद्ध क्षेत्र के मंत्री सुनील जैन के अलावा तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष लाभचंद कोठारी, अभिषेक जैन,रोहित बेद,विनीत बेद, गणेश बोथरा, विनोद बेद,गौतम कोठारी, अनीता बेद, राजू देवी बेद अमृत बेताला,आदित्य मालू ने मुनि श्री के साथ दोनों मंदिर का भ्रमण किया।