बचाया, बड़ी बहन पल में हो गई पानी में लापता
@ देर शाम तक परिजन एसडीआरएफ की टीम का करते रहे इंतजार।
@ देर शाम तक परिजन एसडीआरएफ की टीम का करते रहे इंतजार।
@ दीदी की शादी की दूसरी सालगिरह में बरियारपुर से कहलगांव आई थी जूही अपने माता – पिता के साथ।
प्रदीप विद्रोही
कहलगांव (भागलपुर। शहर से सटे महेशामुंडा गांव अपने दीदी ऋतु के सालगृह में छोटी बहन जूही बरियारपुर से कहलगांव आई थी।शुक्रवार को शादी के सालगिरह में खूब नाची गाई थी दोनों बहन। रविवार को घर में पूजा अर्चना थी। ऋतु अपने पति व बहन के साथ गंगा स्नान करने आई थी। शहर स्थित राज घाट में जैसे ही दोनों बहन गंगा में उतरी कुंड में जा समाई। जूही को डूबते देख कुछ मछुआरों ने गंगा में कूदकर व गोता लगाकर डूब पानी से जूही को बाहर किया। लेकिन घबराहट के कारण जूही यह नहीं बता पाई कि दीदी भी डूबी है। थोड़ी देर बाद जूही दीदी के डूबने की जानकारी दी तब तक देर हो चुकी थी।
घटना रविवार की सुबह करीब 10 .30 बजे कहलगांव के राज घाट की है। गंगा में डूबी महिला की पहचान महेशमुंडा गांव निवासी मिथुन कुमार की पत्नी ऋतु कुमारी 20 वर्ष के रूप में हुई। घटना की सूचना मिलने पर कहलगांव थाने की पुलिस गंगा तट पहुंचकर स्थानीय मछुआरों से शव को ढूंढने का घंटों प्रयास करवाया। देर शाम तक शव बरामद नहीं हो पाया है। इस बीच घटना के समय से ही परिजन एसडीआरएफ की टीम द्वारा लापता शव को ढूंढने की फरियाद करता रहा। देर शाम तक एसडीआरएफ की टीम नहीं आई थी। इस कारण ग्रामीण काफी आक्रोशित थे। इस संदर्भ में अंचल अधिकारी सुप्रिया से पूछे जाने पर बतायी कि एसडीआरएफ की टीम को सूचना दी गई है। एसडीआरएफ की टीम सुल्तानगंज में है। रात्रि में पहुंचकर सोमवार की सुबह से खोजबीन करेगी।
गंगा तट के लोगों ने ही बताया कि राज घाट यानी सीढ़ी घाट में कई खतरनाक कुंड है। गत शुक्रवार को जागेश्वरनाथ महादेव मंदिर की सेवायत 75 वर्षीय मो शकुंतला देवी भी राज घाट में ही डूब रही थी।उसे भी लोगों ने गंगा में कूदकर बचाया। इधर डूबने की सूचना मिलने के बाद महेशामुंडा गांव से दर्जनों की संख्या में परिजन जूट गये। सभी का रो – रो का बुरा हाल था। पति मिथुन वदहवास होकर बेसुध हो रहा था।