डीआईजी एवं डीएम ने मोटर बोट से कटाव स्थल का लिया जायजा
जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से तटबंध मजबूत करने में सहयोग की अपील की
भागलपुर : हाल के दिनों में गंगा नदी में अत्यधिक छोड़े गए पानी के कारण इस्माइलपुर प्रखंड के कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर ने इस्माइलपुर के बिंद टोली स्थित स्पार्न न0 8 और 9 पर स्थित तटबंधों को पार कर लिया, जिससे बुद्धू चक गांव के ग्रामीण पानी से घिर गए हैं।
बाढ़ की इस स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की और एसडीआरएफ की टीम की मदद से बुद्धू चक गांव के लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। उन्हें बाढ़ राहत आश्रय स्थल पर पहुंचाया गया, जहां उनके लिए सामुदायिक किचेन, शौचालय, पेयजल, प्रकाश, चिकित्सा जैसी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। यहां तक कि उनके पशुओं के लिए भी शरण स्थली बनाई गई है, जहां पशु चारे की उचित व्यवस्था की जा रही है।
जिला प्रशासन ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए दो बाढ़ राहत शिविरों की शुरुआत की है। इनमें से एक महिपाल राजकीय उच्च बुनियादी विद्यालय, तिनटंगा में और दूसरा जगदंबा कन्या मध्य विद्यालय, गोपालपुर में स्थापित किया गया है। इन शिविरों में सामुदायिक किचेन के माध्यम से प्रभावित लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल द्वारा तटबंधों को मजबूत करने के प्रयास भी जारी हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुएआरक्षी उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) विवेकानंद और जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. नवल किशोर चौधरी ने स्वयं एसडीआरएफ टीम के साथ मोटर बोट के माध्यम से कटाव स्थल और बाढ़ प्रभावित ग्राम बुद्धू चक का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का बारीकी से जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे तटबंधों को मजबूत करने के लिए प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सावधानी और सतर्कता ही इस आपदा से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका है। जिलाधिकारी ने लोगों से सचेत रहने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करने की अपील की।