क्लीनिक के सामने परिजनों ने डॉक्टर से की हाथापाई
नवगछिया के संपत राय क्लिनिक का मामला
नवगछिया के मक्खातकिया मोहल्ला स्थित संपत डॉक्टर के क्लीनिक में सुई लगाते ही एक सात माह के बच्चे की मौत हो गयी है. बच्चे की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने क्लीनिक के आगे जम कर हंगामा किया. इस दौरान महिलाओं ने संपत डॉक्टर से हाथापाई भी की और दो महिलाओं ने तो तमाचा भी जड़ दिया. मृतक बालक परवत्ता थाना क्षेत्र के जगतपुर पंचायत के जपतैली निवासी मोना देवी और मनीष कुमार का पुत्र है. मृत बालक की नानी मनीषा देवी ने बताया कि उसके बच्चे को गले के पास एक गिल्टी हुई थी.
इसी कारण वे बच्चे को दिखाने के लिये संपत डॉक्टर के पास गए थे. संपत डॉक्टर ने बच्चे को देखते ही चार सुई लगा दी. सुई लगाते ही बच्चे के मुंह से झाग निकलने लगा. डॉक्टर से पूछा तो बताया गया कि आपका बच्चा आधे घंटे के अंदर ठीक हो जाएगा. मनीषा देवी ने कहा कि धीरे धीरे जब बच्चे का शरीर कड़ा होने लगा तो चिकित्सक ने उसे किसी दूसरे डॉक्टर के पास ले जाने को कहा. परिजन बच्चे को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों का कहना है बच्चे की मौत संपत डॉक्टर के क्लीनिक में ही हो गयी थी लेकिन उनलोगों को टालने की नीयत से वहां से रेफर का बहाना बनाया गया.
इसके बाद कई ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच कर जम कर हंगामा किया. इस दौरान महिलाओं ने संपत डॉक्टर के साथ हाथापाई भी की. दो महिलाओं ने तो तमाचा भी जड़ दिया. हालांकि स्थानीय लोगों द्वारा समझाने बुझाने के बाद परिजन घर लौटे. परिजनों का कहना है कि वे लोग मामले में कार्रवाई करवाने के लिये संबंधित पदाधिकारी को आवेदन देंगे. जबकि देर शाम चिकित्सक के सहयोगियों के कहना है कि दोनों पक्षों ने मामले में सुलह कर लिया है. आसपास के लोगों ने बताया कि संपत डॉक्टर के पास एमबीबीएस की डिग्री नही है फिर भी वे लंबे समय से खुलेआम नवगछिया में एमबीबीएस की तरह लोगों का इलाज कर रहे हैं.
चिकित्सक की पर्ची में चिकित्सक के जगह डॉ संपत कुमार राय लिखा है जबकि डिग्री की जगह पर सिर्फ जेनरल फिजिशियन और रजिस्ट्रेशन नंबर 58815 (बिहार) लिखा हुआ है. मामले पर डॉ संपत कुमार राय ने कहा कि बच्चे की गले के पास गिल्टी थी, जिसका इलाज चल रहा था. शुक्रवार की शाम में परिजन बच्चे को लेकर आये थे, उसे काफी बुखार था. प्राथमिक इलाज के बाद उन्होंने बच्चे को रेफर कर दिया था.