नवगछिया एनएच 31 जीरो माइल के समीप स्थित आशीर्वाद हेल्थ केयर के स्टाफ फरार
नवगछिया: नवगछिया थाना क्षेत्र के जीरो माइल पेट्रोल पंप के पास स्थित निजी क्लीनिक ‘आशीर्वाद हेल्थ केयर’ में प्रसव के दौरान डॉक्टरों की कथित लापरवाही के कारण 25 वर्षीय महिला, नेहा कुमारी और उसकी नवजात बेटी की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद क्लीनिक के सभी डॉक्टर और स्टाफ मौके से फरार हो गए, जिससे परिजनों में आक्रोश व्याप्त है।
प्रसव के नाम पर मांगे गए 20 हजार रुपये
मृतका के पति विक्रम साह ने बताया कि शनिवार शाम को आशा कार्यकर्ता की सलाह पर वह अपनी पत्नी नेहा को प्रसव के लिए ‘आशीर्वाद हेल्थ केयर’ लेकर आए थे। प्रसव के लिए डॉक्टरों ने 20 हजार रुपये की मांग की। विक्रम ने तुरंत 13 हजार रुपये जमा कर दिए और उम्मीद जताई कि उनकी पत्नी की सुरक्षित डिलीवरी हो जाएगी।
नॉर्मल डिलीवरी पर जोर, डॉक्टरों ने ऑपरेशन की गुजारिश को अनसुना किया
विक्रम का कहना है कि उनकी पत्नी को गंभीर प्रसव पीड़ा हो रही थी, लेकिन डॉक्टरों ने नॉर्मल डिलीवरी के प्रयास में समय बर्बाद किया। विक्रम ने बार-बार अनुरोध किया कि यदि नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं हो पा रही है, तो ऑपरेशन से प्रसव करवा दिया जाए। बावजूद इसके, डॉक्टरों ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी।
सुबह नवजात मृत, मां की स्थिति बिगड़ी
रविवार तड़के 4 बजे नेहा ने एक नवजात बेटी को जन्म दिया, लेकिन डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद भी डॉक्टरों की टीम नवजात को बचाने के प्रयास में लगी रही, लेकिन इसी बीच नेहा की स्थिति भी गंभीर हो गई।
भागलपुर रेफर, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत
जब नेहा की हालत और बिगड़ने लगी, तो डॉक्टरों ने उसे भागलपुर के श्रीराम अस्पताल रेफर कर दिया। पति विक्रम और परिजनों ने एंबुलेंस का इंतजार किया, लेकिन नेहा की मौत हो गई। इसके बावजूद, डॉक्टरों ने नेहा को बेहोश बताकर उसे श्रीराम अस्पताल भेज दिया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने नेहा को मृत घोषित कर दिया।
क्लीनिक पर ताला, डॉक्टर और स्टाफ फरार
नेहा की मौत के बाद परिजन शव को लेकर जब आशीर्वाद हेल्थ केयर पहुंचे, तो वहां मौजूद डॉक्टर और स्टाफ ताला लगाकर फरार हो चुके थे। इस घटना से गुस्साए परिजनों ने क्लीनिक के बाहर हंगामा किया।
क्लीनिक के मालिक ने दी जानकारी
हंगामे के दौरान क्लीनिक के रूम मालिक, तेतरी निवासी राजेश राय वहां पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि क्लीनिक का एग्रीमेंट नवगछिया उजानी निवासी मोहम्मद सईद आलम की पत्नी नसीमा खातून और बरारी पुरानी निवासी राजेश कुमार की पत्नी मालती देवी के नाम पर किया गया था।
खबर लिखे जाने तक इस घटना के संबंध में नवगछिया थाना में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई थी। परिजन अब दोषी डॉक्टरों और क्लीनिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और निजी क्लीनिकों में हो रही लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों और परिजनों ने इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।