पंचायत चुनाव में दूसरे जाति के प्रत्याशी को वोट देने पर समाजिक एवं धार्मिक रूप से बहिष्कृत कर दिया। इस संबंध में बिहपुर थाना के बभनगांवा निवासी मु. पुतुल की पत्नी शैला खातुन ने नवगछिया एसपी, नवगछिया एसडीपीओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई हैं। महिला द्वारा दिए आवेदन के अनुसार पंचायत चुनाव में मेेरे पति मु. पुतुल दूसरे जाति के मुखिया प्रत्याशी का समर्थन कर रहे थे। उसका प्रचार भी करते थे। प्रचार के दौरान 19 अक्टूवर को गांव के ही आरिफ व मु. उमर ने मेरे घर आकर कहा कि तुम दूसरे जाति का प्रचार नहीं करोंगे।
हम लोग के जाति का तीनों मुहल्ला के लोग एक हो चुके हैं। सिर्फ तुम्हारा परिवार ही विद्रोही बने हुए हो। उन लोगों ने उस समय अंजाम भुगतने की धमकी दिया था। 26 अक्टूवर को मुखिया प्रत्याशी गुलजार खां चुनाव जीत गया। उसके समर्थकों ने मेरे घर पर आकर गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दिया। मेरा पति उस समय घर पर नहीं था। मैने पति को फोन पर बताया तो वे डरकर घर से भाग कर दिल्ली चला गया। मैने सोचा धीरे धीरे माहौल शांत हो जायेगा। इसको लेकर गांव में पंचायत हुई। गांव के लोग मुझे बुलाने आए थे। पति नहीं रहने के कारण मैं पंचायत में नहीं गई। मेरा पुत्र मश्चिद में नमाज पढ़ने गया तो मु. उमर के कहने पर मु. आरिफ व मु. हसीम मश्जिद से खीचकर बाहर कर दिया। हम लोगों को समाज से बहिष्कृत कर दिया हैं। हमारे परिवार से जो भी बातचित करेगा उसे पांच हजार एक सौ रूपये का जुर्माना देना होगा।
मैं इसको लेकर पंचायत के मुखिया से मिली थी तो उन्होनें कहा कि तुमने मुझे वोट ना देकर जातिगत एकता को खंडित किया हैं। इस संबंध में मैं कुछ नहीं कर सकता। हम लोग अपने ही घर में कैद होकर रह गए हैं। मुझे व मेरे बच्चों का जान का खतरा हैं। अगर ऐसी स्थिति रहीं तो जगह जमीन बेच कर पलायन करना पड़ेगा। पंचायत के मुखिया ने बताया कि इस तरह का कोई मामला नहीं हैं। चुनाव हारने के पश्चात विरोधी लोगों के द्वारा मुझे परेशान करने के लिए साजिश रची जा रही हैं। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि महिला द्वारा आवेदन दिया गया हैं। इसकी जांच करवाई जायेगी।