नवगछिया :- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की गहमागहमी पूरे परवान पर है।इसी दौरान बिहपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में ई ग्राम स्वराज में पंचायत द्वारा चयनित योजना का अंकित अनुमानित राशि को प्रत्याशी चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।लोगों को बातों से व सोशल मीडिया के द्वारा बरगलाया जा रहा है कि ई ग्राम स्वराज योजना एवं मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना एक ही है।जबकि मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार ई ग्राम स्वराज योजना एवं मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अलग अलग योजना है।
वहीं ई ग्राम स्वराज योजना एप में 14वीं,15वीं वित्त आयोग की राशि एवं सात निश्चय योजना के पूर्ण,अपूर्ण व बिना बने एवं चयनित योजनाओं को अनुमानित राशि के साथ प्रकाशित कर दिया गया है।बताया गया है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि ई ग्राम स्वराज योजना एप में जो कार्य को अनुमानित राशि के साथ दर्शाया गया है।वो पूर्ण हो चुका योजना ही हो।इसका फायदा उठाते हुए पंचायतों में कुछ शरारती तत्व इसका प्रचार प्रसार सोशल मीडिया के द्वारा कर आमजन को भरमाने व बरगलाने में लगे हुए हैं।
जिसमें बरगलाया जा रहा है कि ई ग्राम स्वराज एप में जो योजना व उसकी राशि दिखाया गया है।उस योजना के राशि का उठाव बिना कार्य कराए ही कर लिया गया है।जो कि पूर्ण सच नहीं है।जबकि इस बारे मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस एप में पूर्ण,अपूर्ण एवं चयनित योजना का अनुमानित राशि अंकित रहता है।इस बारे में पूर्व में अधिकारी को शिकायत भी की गई एवं थाने में प्राथमिकी में दर्ज कराई जा चुकी है।लेकिन शरारती तत्व अब भी इससे बाज नहीं आ रहा है।बिहपुर,खरीक समेत अन्य कई प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों में इस तरह की ओछी हरकत की जा रही है।