105 वर्षीय पिता को बंघी में लेकर मां कात्यायनी के दर्शन कराने निकले चार बेटे
भागलपुर जिला अंतर्गत सुल्तानगंज में है एक बार फिर देखने को मिला कलयुग का श्रवण कुमार। बताते चलें कि सुल्तानगंज के वार्ड नंबर 25 का रहने वाला बैजनाथ मंडल के पुत्रों के द्वारा अपने पिता को माँ कात्यायनी स्थान जो कि सहरसा जिला अंतर्गत पड़ती है उसका दर्शन कराने निकल पड़े हैं। बताते चलें कि बैजनाथ मंडल का घर 25 नंबर वार्ड अंतर्गत टीका रामपुर पड़ता है।उनके पुत्र आनंदी मंडल के द्वारा बताया गया कि हमारे पिता का उम्र लगभग 105 वर्ष हो चुकी है जो कि चलने में असमर्थ है इसी कारण से हम सभी भाई मिलकर अपने पिता को मां कात्यायनी का दर्शन कराने के लिए निकले हैं।उन्होंने बताया कि उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर बाबा बैजनाथ को जलार्पण करने के बाद मां कात्यायनी के दर्शन को निकले हैं। वहीं पांच भाइयों में सबसे छोटा भाई राजेश कुमार आर्मी में देश सेवा कर रहे हैं। बता दें कि बैजनाथ मंडल का चारों पुत्र तथा उनकी पत्नी एक बहंगी रूपी कंवर बनाकर कंधे पर लेकर श्रवण कुमार की तरह अपने पिता को मां कात्यायनी की दर्शन कराने के लिए चल पड़े हैं। जिसमें आनंदी मंडल, नंदकिशोर मंडल, छोटेलाल मंडल, किशोर मंडल तथा इन चारों की पत्नी शामिल थे।
बेटे ने चरितार्थ किया श्रवण कुमार की कहानी
105 वर्षीय बैजनाथ मंडल के बेटे छोटे लाल मंडल ने कहा कई वर्षों से मेरे पिता जी बीमार चल रहे हैं उनकी उम्र भी काफी हो गई है उन्हें अपनी कुलदेवी मां कात्यायनी का दर्शन करने का मन हुआ तो हम सभी भाइयों ने सोचा उन्हें दर्शन कराया जाए और बंघी बनाकर अपने कांधे पर लेकर अपने गांव जा रहा हूं।
कलयुगी श्रवण कुमार जैसे बेटे को पिता ने दिल से दिया आशीर्वाद
वृद्ध पिता बैजनाथ मंडल ने कहा मुझे कई वर्षों से अपने पूर्वजों के मंदिर में मां कात्यायनी का दर्शन करने का मन हो रहा था मैं बीमार हूं इसलिए जाने में असमर्थ हूं मेरी उम्र भी 105 वर्ष हो गई है मेरे पांच बेटे हैं जिसमें एक बेटे आर्मी के जवान हैं और चार बेटों ने मिलकर मुझे बंघी में बिठाकर मां कात्यायनी के दर्शन कराने को लेकर जा रहे हैं मुझे अपार खुशी है, साथ ही उन्होंने कहा मेरे बेटे जैसा सबों को पुत्र नसीब हो, हमारे बेटे श्रवण कुमार की कहानी को चरितार्थ किए मैं दिल से सभी बेटे को आशीर्वाद देता हूं।