भागलपुर सबौर के प्रशिक्षण-सह-सभागार कक्ष में “कृषक उत्पादक संगठन (एफ॰पी॰ओ॰) के पदाधिकारियों का एक दिवसीय कार्यशाला” का उद्घाटन डॉ॰ ए॰ के॰ साह, अधिष्ठाता कृषि, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर डॉ॰ आर॰ के॰ सोहाने, निदेशक प्रसार शिक्षा, डॉ॰ एम॰ के॰ वाधवानी, निदेशक प्रशासन, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, डॉ॰ राजेश कुमार, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सबौर, डॉ॰ अनिल यादव, जिला कृषि पदाधिकारी, भागलपुर, श्री सी॰के॰ सिन्हा, डी॰डी॰एम नावार्ड, भागलपुर सहित जिले के 16 कृषक उत्पादक संगठन (एफ॰पी॰ओ॰) के पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने कृषक उत्पादक संगठन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने, उत्पादक के साथ कुशल व्यवसायी बनने, किसानों को एफ॰पी॰ओ॰ के महत्व को बताने, अपने उत्पादों का प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने का सुझाव दिया। उन्होंने जिले के मुख्य एवं बहुतायत में होने वाले उत्पाद का मूल्य संवर्द्धित उत्पाद तैयार करने, और एफ॰पी॰ओ॰ को बकरी पालन अपनाने पर बल दिया। अतिथियों ने बताया कि बकरी पालन आर्थिक लाभ के लिए अच्छा उत्पाद है।
इस अवसर पर जिले से आये एफ॰पी॰ओ॰ के पदाधिकारियों ने एफ॰पी॰ओ॰ के संचालन एवं उसमें आने वाली समस्याओं जैसे किसानों के बीच एफ॰पी॰ओ॰ के महत्व की जानकारी का अभाव, वैल्यू चैन की कमी, प्रशिक्षण की आवश्यकता, विपणन की समस्या, लेखा कार्य की जानकारी का अभाव, बैंक से लोन संबंधी परेशानी, लाईसेंस प्राप्ति में परेशानी जैसे विषयों को विशेषज्ञों एवं वैज्ञानिकों के समक्ष रखा। जिला कृषि पदाधिकारी, भागलपुर, डी॰डी॰एम नावार्ड, भागलपुर एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा उचित कारवाई का आश्वासन दिया गया और आगामी बैठक एवं प्रशिक्षण में समस्याओं पर चर्चा एवं समाधान की जानकारी दी।
कार्यक्रम में डा॰ मो॰ ज्याउल होदा, डा॰ मनीष राज, अंजुम हाशिम, शशि कान्त, और रूबी कुमारी उपस्थित थे।