नवगछिया पुलिस जिला के खरीक थाना क्षेत्र के विश्वकर्मा चौक के समीप स्थित बाबा विश्वकर्मा हेल्थ केयर सेंटर में रविवार को एक महिला की मौत के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। महिला के परिजनों का आरोप है कि फर्जी क्लीनिक में ऑपरेशन के बाद उनकी मौत हुई है। मृतका की पहचान सिलमी देवी, पत्नी हीरालाल दास, निवासी खरीक बाजार, जिला भागलपुर के रूप में हुई है।
महिला के पुत्र मिथुन कुमार के बताया कि उनकी माँ सिलमी देवी को पेट में पथरी की समस्या थी, जिसके कारण वह लगातार पेट दर्द से परेशान थी। छठ पूजा के पहले भी पेट में तेज दर्द उठने के बाद गांव की आशा कार्यकर्ता ने उन्हें इलाज के लिए एक क्लीनिक में भेजा, जो खरीक के विश्वकर्मा चौक के पास स्थित बाबा विश्वकर्मा हेल्थ केयर सेंटर था। इस क्लीनिक में उपचार के बाद सिलमी देवी को अल्ट्रासाउंड के लिए नवगछिया भेजा गया। रिपोर्ट में कोई गंभीर समस्या नहीं पाई गई, लेकिन 8 नवंबर को भागलपुर से एक और रिपोर्ट लाकर तेतरी स्थित किसी क्लीनिक में मायागंज में तैनात एक एएनएम द्वारा दिखाया गया, जहां बताया गया कि दर्द कम होने के बाद ही ऑपरेशन किया जाएगा।
इसके बावजूद, 9 नवंबर की संध्या को ऑपरेशन किया गया। मिथुन कुमार के अनुसार, ऑपरेशन के बाद महिला सुबह तक होश में थी और परिजनों से बातचीत कर रही थी। लेकिन, सुबह 9:30 बजे के बाद उसे चार इंजेक्शन लगाए गए, जिसके बाद महिला को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। जब परिजनों ने अस्पताल में मौजूद स्टाफ से मरीज की हालत के बारे में बताया तो किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद, महिला की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि यह क्लीनिक पूरी तरह से फर्जी हैं जहां बिना किसी प्रमाणित डॉक्टर के अप्रशिक्षित स्टाफ, जैसे कंपाउंडर और नर्सों द्वारा इलाज किया जा रहा था। परिजनों के मुताबिक, क्लीनिक पर एमबीबीएस डॉक्टर का बोर्ड तो लगा था, लेकिन वास्तविकता में इलाज करने वाला कोई योग्य डॉक्टर नहीं था।
घटना के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और खरीक थाना को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। खरीक थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया है।
यह घटना नवगछिया अनुमंडल में फर्जी नर्सिंग होम के बढ़ते मामलों की ओर भी इशारा करती है। कुछ दिन पहले ही रंगरा थाना क्षेत्र के हरनाथचक में भी इसी तरह की एक घटना में जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी।