

सभी की सूची बनकर तैयार – डॉ बिनोद
नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र में संचालित हो रहे फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर, एक्सरे जांच सेंटर, क्लीनिक और पैथोलॉजी के यहाँ मेडिकल टीम कभी भी धाबा बोल सकती है। इसके लिए सभी की सूची तैयार कर ली गई है। उपरोक्त जानकारी पीएचसी नारायणपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार ने बताया कि कई प्रकार की शिकायतें फर्जी जाँच सेंटर, क्लीनिक से आ रही है। यहां एक भी क्लीनिक या नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर, एक्सरे जाँच केंद्र पंजीकृत नहीं है। जाँच सेंटर खोलकर वहां कर्मी बैठकर फर्जी रिपोर्ट दे रहे हैं। चर्चा है कि इन जांच केंद्र में जो भी व्यक्ति जांच करवाने आते हैं उसपर कमीशन तय रहता है ।
उसमें से अधिकतर अकुशल डॉक्टर के द्वारा भेजा जाता है ईलाज हेतु नहीं। अभी जब पूरे सूबे में स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है तो प्रखंड क्षेत्र के अल्ट्रासाउंड सेंटर वाले सतर्क होकर रोना रो रहे हैं। इसके पीछे कारण यह है कि अब यदि वह अल्ट्रासाउंड करता है तो उसे पक्की रिपोर्ट देना होता है जिसके लिए उसे कागजी प्रमाण भी चाहिए। अभी भी अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर में चोरी-छिपे जांच हो रहा है। सूत्रों के हवाले से अचानक जांच सेंटर में जांच का रफ्तार धीमा हो गया। आखिर ऐसा क्यों हुआ। लोग भी हैरान और परेशान हैं। सूत्रों के अनुसार चार अल्ट्रासॉउन्ड जाँच सेंटर में प्रतिदिन सोलह अल्ट्रासाउंड जांच करवाने के लिए व्यक्ति आते हैं । इसमें से सबसे ज्यादा जांच का रफ्तार पंडित बोला मधुरापुर के अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर का है। क्या नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र में वैसे डॉक्टर है जो प्रतिदिन तीन से चार अल्ट्रासाउंड जांच की सलाह दे सकते हैं। जब एक भी क्लीनिक पंजीकृत नहीं है तो अल्ट्रासाउंड जांच का सलाह कौन देता है, यह बड़ा सवाल है । इसका सीधा सवाल है ऐसा कोई भी डॉक्टर नहीं है जो तीन से चार अल्ट्रासाउंड जांच की रिपोर्ट लिख सकते हैं तो प्रतिदिन चार अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर में करीब करीब सोलह व्यक्ति जांच करवाने के लिए कैसे और क्यों आ जाते हैं। इसके पीछे बड़ा गोलमाल है। केवल कमीशन का खेल है।
अल्ट्रासाउंड संचालक भी कहते हैं सब मैनेज है कुछ गड़बड़ होने वाला नहीं है। डॉ विनोद कुमार ने कहा कि सभी संचालक से पाँच दिनों का समय दिया गया था कि आवश्यक कागजात संचालन से संबंधित पीएचसी नारायणपुर में जमा कीजिए लेकिन किसी ने जमा नहीं किया तो सभी के संस्थान में मेडिकल टीम धाबा बोलेगी और कार्यवाही भी होगी । फर्जी क्लीनिक का जाल पहाड़पुर से लेकर मधुरापुर तक फैला हुआ है । कुछ क्लीनिक रात के अंधेरे में ऑपरेशन करके रुपया कमाते हैं तो कुछ क्लीनिक दिन के उजाले में भी।
