भागलपुर: ऑनलाइन परीक्षा सभी बच्चे देंगे, किसी तरह का उनपर या अभिभावकों पर फीस को लेकर दबाव है। इस सत्र के लिए होने वाले ऑनलाइन परीक्षा का शिड्यूल जारी नहीं किया गया है। इसका लिंक बच्चों और अभिभावकों के मोबाइल पर भेज दिए जाएंगे। फीस और अन्य शुल्क को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। सेंट टेरेसा स्कूल की प्राचार्या सिस्टर तेरेसा ने बच्चों के अभिभावकों से साथ देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रबंधक की ओर से फीस को लेकर कोई मैसेज नहीं गया है।
लॉकडाउन के शुरुआत से ही ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। लॉकडाउन में जो बच्चे फीस जमा नहीं किए हैं उन्हें ऑनलाइन परीक्षा नहीं देने दिया जाएगा, यह सूचना गलत और भ्रामक है। कोरोना महामारी में स्कूल प्रबंधन विद्यालयों के सभी बच्चों और अभिभावकों के साथ है। वहीं, माउंट असीसि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उनके स्कूल में दो परीक्षाएं होती है। एक सितंबर और दूसरा फरवरी में होता है। प्रबंधन का कहना है कि अभी स्कूल की ओर से किसी भी बच्चों के अभिभावक से फीस को लेकर कोई दवाब नहीं बनाया गया है। किसी तरह को संदेश न भेजा गया है और नहीं जाएगा। उधर, कार्मेल स्कूल में भी अभी ऑनलाइन परीक्षा को लेकर किसी तरह का शिड्यूल बच्चों को नहीं भेजा गया है। जबकि सीबीएसई शिक्षा पर आधारित आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर में ऑनलाइन परीक्षा ली गई। लगातार सोशल नेटवर्क के जरिए पढ़ाया जा रहा है। छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन किया जा रहा है।
फीस के मामले में स्कूल प्रबंधन से बात हो
भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गौतम कुमार उर्फ बंटी यादव ने सूबे के शिक्षा मंत्री से स्कूल फीस के मामले में स्कूल प्रबंधन से बात कर एकरूपता बनाने का आग्रह किया है। उन्होंने स्कूल फीस को लेकर नियम तय करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण पूरे विश्व में फैला हुआ है। इसकी रोकथाम के लिए लगातार लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है। इस दौरान सभी बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल-कॉलेज बंद रहे। लेकिन स्कूल प्रबंधकों द्वारा इस दौरान बच्चों के अभिभावकों से मैसेज व फोन द्वारा फीस मांगने का काम किया जा रहा है। स्कूल प्रबंधकों द्वारा सभी तरह के फीस मांगे जा रहे हैं, जो गलत है। अभी सभी का आय का स्रोत कम गया है। अभिभावक परेशान हैं। उन्होंने शिक्षा मंत्री से कोराना काल के फीस पर स्कूल प्रबंधन से बात कर निर्णय लेने का आग्रह किया है।