बिहार पर आधारित निर्देशक प्रकाश झा द्वारा बनाई गई फिल्म गंगाजल आपनें जरूर देखी होगी जिसमें किस तरफ़ कोर्ट में सरेंडर करनें भेष बदलकर साधु यादव (मोहन जोशी ) का बेटा सुंदर यादव (यशपाल शर्मा) जाता हैं लेकिन एसपी अमित कुमार (अजय देवगन ) की तेज नज़रों से वह बच नहीं पाता हैं और पकड़ा जाता हैं । यही दृश्य शायद भागलपुर कोर्ट में भी होता लेकिन भागलपुर पुलिस हाथ मलती रह गई और महिला के साथ दुष्कर्म के मुख्य आरोपित परबत्ती निवासी कन्हैया यादव ने गुरुवार को न्यायालय पहुँचकर सरेंडर कर दिया।
अधिवक्ता नारायण पाठक ने आरोपित को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सात, रंजन कुमार रैना की अदालत में सरेंडर कराया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बताते चलें कि कन्हैया को दबोचने के लिए कोर्ट के पास पुलिस ने जाल बिछा रखा था। वर्दी से लेकर सादे लिबास में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई थी। इसके बावजूद वह वकील के पोशाक में पुलिस के सामने से निकलकर कोर्ट पहुंच गया और आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस की सारी घेराबंदी धरी रह गई।
बताया जाता है कि घटना के बाद से कन्हैया भागकर नवगछिया चला गया था। चार दिनों से वहीं छिपकर रह रहा था। अब कन्हैया को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लेगी। इसके लिए विश्वविद्यालय पुलिस कोर्ट में अर्जी देगी। विश्वविद्यालय ओपी प्रभारी रीता कुमारी ने बताया कि कन्हैया को रिमांड पर लिया जाएगा। जल्द ही कोर्ट में अर्जी दी जाएगी। दुष्कर्म के दूसरे आरोपित सावन यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। गुरुवार को पुलिस ने कन्हैया और उसके शागिर्द सावन यादव के खिलाफ इश्तेहार के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। कोर्ट से अनुमति मिलने पर शाम में डुगडुगी बजाकर सावन के घर पर इश्तेहार चस्पा किया गया है। गिरफ्तारी नहीं होने पर आगे कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
बताते चलें कि गत शनिवार की रात महिला के पति को अगवा कर मारपीट करने के बाद बदमाशों ने हथियार के बल पर महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। घटना से आक्रोशित परबत्ती के लोगों ने जमकर हंगामा किया था। पीडि़त महिला के बयान पर विश्वविद्यालय ओपी में कन्हैया यादव और सावन यादव के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया था। सावन अभी फरार चल रहा है जिसके लिए भागलपुर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही हैं ।