भागलपुर, डिजिटल युग मे जो परिवर्तन हुआ है उसके अनुसार मौजूदा दौर में काफी बदलाब हुआ है। एक दौर था जब हमलोग स्टोन एज, मेटल एज, इंडस्ट्रीयल एज में थे। अब इन्फॉर्मेशन एज, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और क्लाउड कमप्यूटिंग के बाद वीएसएलआई में परफॉर्म करने लगे हैं। उसका नतीजा भी सामने है। जी 20 शिखर सम्मेलन के बाद अपना देश भारत बड़े कैनवास पर उभर कर सामने आया है।
उक्त बातें भागलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में 150 शोध पत्रों के बाद निकल कर सामने आई है। पिछले दिनों भागलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में एडवांसेस इन इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे विषय पर देश के अलग अलग राज्यों से विशेषज्ञों का आगमन में हुआ था।
विशेषज्ञ इंजीनियर निर्मल कुमार का मानना है कि हिंदुस्तान की 140 करोड़ की आबादी में युवा और उनकी इनर्जी आत्म निर्भर भारत के लिए एक बेहतरीन साइन है। उसी का नतीजा है भारतीय युवा वैज्ञानिक की मांग फॉरेन कंट्री में सबसे ज्यादा है।
चंद्रयान की तैयारी में सारी तकनीक भारतीय है। जो ग्लोबली बहुत ही ज्यादा सस्ता है। विशेषज्ञों ने स्मार्ट सिटी के प्लानिंग में स्मार्ट कनेटिविटी, स्मार्ट गवर्नेन्स मसले पर कई सुझाव दिए। अन्य विशेषज्ञ इंजीनियर शशांक झा ने बताया कि जब लॉन्च किए गए नेशनल एजुकेशन पॉलिसी और टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम को भारत सरकार और बिहार सरकार ने अमल में लाया है तो उससे कई सारे बदलाब सामने दिखने लगे हैं।