भागलपुर के स्थानीय गौशाला पथ स्थित भगवान पुस्तकालय के परिसर में अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के सौजन्य से अंगिका साहित्यकारों व अंगिका प्रेमियों के महाकुंभ के बीच अंग प्रदेश के चर्चित कवि त्रिलोकीनाथ दिवाकर के स्वरचित संग्रह ” गंग-मैना” अंगिका गीत ग़ज़ल पुस्तक का लोकार्पण का आयोजन किया गया , त्रिलोकीनाथ दिवाकर राघोपुर परबत्ता नवगछिया के रहने वाले हैं,
यह गंग मैना अंगिका काव्य संग्रह उनकी पहली पुस्तक है, हालांकि उन्होंने दर्जनों संकलन एवं पत्रिकाओं में अपनी भूमिका निभाते हुए आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में भी सैकड़ों मंच पर काव्य पाठ किए हैं, उन्हें सरला स्मृति सम्मान, अंग पतंग, अंग गौरव, अंग रत्न, तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान 2019 सहित सैकड़ों सम्मानित सम्मान से भी पुरस्कृत किया जा चुका है, बताते चलें कि अभी वह अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के कार्यकारी महामंत्री भी हैं।
इस पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में रामकिशोर जी, कुलगीत रचीयता अमोद कुमार मिश्र, मधुसूदन झा, डॉक्टर योगेंद्र, हीरा प्रसाद हरेंद्र, ब्रह्मदेव, सत्यम, रतन मंडल के अलावे सैकड़ों गणमान्य अतिथिगण व प्रतिष्ठित साहित्यकार मौजूद थे।
मीडिया से बात करते हुए अंग प्रदेश के चर्चित कवि त्रिलोकीनाथ दिवाकर ने कहा अंगिका अभी भी अपने मुकाम को हासिल नहीं कर पाई है, वह तब संभव होगा जब आज के युवा आगे बढ़ चढ़कर अंगिका में हिस्सा लेंगे, अंगिका बोलने से कतराएंगे नहीं, लगाएंगे नहीं तभी अंगिका का पूर्णरूपेण विकास होगा,वही कवि त्रिलोकीनाथ मंच पर अपनी कविता को सुनाते सुनाते भावुक हो गए।