- तटबंध बढ़ा दबाव, निचले हिस्से में फैला बाढ़ का पानी
नवगछिया : गंगा एवं कोसी नदी के उफान पर होने के कारण दोनों नदियों के मध्य स्थित नवगछिया पुलिस जिला पर बाढ़ ब कटाव का संकट मंडराने लगा है. कोसी नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है. कोसी नदी वर्तमान में खतरे के निशान 30.48 मीटर से 14 सेंटीमीटर ऊपर 30.62 मीटर पर बह रही है। जबकि गंगा नदी खतरे के निशान 31.60 से महज 66 सेंटीमीटर नीचे 30.94 मीटर पर बह रही है।
दोनो नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण जहां निचले इलाकों में नदी का पानी फैल गया है वहीं तटबंधों पर भी पानी का दबाव बढ़ने लगा है. कोसी नदी के जल स्तर में हुई वृद्धि के कारण जगह जगह कटाव शुरू हो गया है वहीं रंगरा एवं गोपालपुर प्रखंड क्षेत्र में कोसी नदी का पानी दियरा में फैल गया है. नदी के जल स्तर में आई वृद्धि से रंगरा स्विलिस गेट पर पानी का दबाव बढ़ गया है वहीं कलिंदीनगर के दियरा में कोसी नदी का पानी फैलाने से ब्रह्मोत्तर बांध पर भी दबाव बढ़ना शुरू हो गया है।
वहीं गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि से इस्माईलपुर बिंदटोली के बीच बने स्परों पर भी नदी के पानी का दबाव बढ़ना शुरू हो गया है. वहीं इस्माईलपुर प्रखंड के दियरा इलाके में बाढ़ का पानी को रोकने के लिए परबत्ता धार में जिप सदस्य विपिन मंडल के सहयोग से बने बांध पर भी नदी का काफी दबाव बना हुआ है. उक्त बांध पर दबाव बढ़ने के बाद वहां पर जिप सदस्य द्वारा पुनः मिट्टी डाल कर मरम्मत कराया गया है लेकिन स्थिति अभी भी चिंता जनक है. उक्त बांध के टूट जाने के बाद पूरे इस्माईलपुर के दियरा इलाके में गंगा नदी का पानी फैल जाएगा एवं हजारों एकड़ में लगी किसानों की फसल बर्बाद हो जाएगी.