आवागमन के सारे रास्ते बंद, तेज धारा हेने के कारण जान हथेली पर ले पानी से होकर गुजरते है लोग।
रंगरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बाढ़ की विभीषिका झेल रहे लोगों ने गंगा और कोसी के जलस्तर में गिरावट होने से राहत की सांस ली है। परंतु प्रखंड क्षेत्र के रंगरा पंचायत जलस्तर घटने के बाद भी बाढ़ के पानी से चारों तरफ गिर चुके हैं। जिससे कटरिया तीनटंगा पीडब्ल्यूडी सड़क मार्ग पर 3 फीट पानी बहने लगा है।
सड़क पर पानी हो जाने से आवागमन पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। लिहाजा आवागमन की बेबसी यह है कि 6 पंचायतों के लोग इन सड़क पर बह रहे पानी होकर अपनी जान हथेली पर लेकर गुजरते हैं। जबकि पानी की धारा बहुत ही तीव्र हो गई है। बताते चलें कि रंगरा और गोपालपुर प्रखंड के लोगों के लिए एनएच 31 पर जाने का एकमात्र सड़क कटरिया तीनटंगा पीडब्ल्यूडी सड़क मार्ग ही है जिस पर अब बाढ़ का पानी बह रहा है।
इन दोनों प्रखंडों के डुमरिया चपरघट पंचायत, सुकटिया बाजार पंचायत, तीनटंगा दियारा उत्तर, तीनटंगा दियारा दक्षिण और रंगरा पंचायत के लगभग सभी गांव बाढ़ की जद में आ जाने से स्थिति बहुत ही भयावह हो गई है। प्रशासन की तरफ से इन सभी पंचायतों के कुछ गांवों में सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है। जबकि लोगों के सामने अभी भी शुद्ध पानी और शौचालय की समस्या बनी हुई है।
हालांकि रंगरा प्रखंड के तीनटंगा दियारा उत्तर पंचायत में प्रखंड प्रशासन के द्वारा शौचालय की व्यवस्था की जा रही है। परंतु गोपालपुर प्रखंड के डुमरिया चपरघट पंचायत में कहीं भी शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ जलस्तर में गिरावट आ जाने से पानी लोगों के घरों से बाहर हो रहे हैं। परंतु लोगों के घरों के चारों तरफ कचरे का ढेर जमा हो गया है। जो अब सर गल कर बदबू देने लगा है।
जिससे बीमारी होने का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि प्रशासन की तरफ से प्रयास किया जा रहा है कि लोगों की समस्याओं को दूर किया जाए। जबकि जनप्रतिनिधि इन प्राकृतिक आपदा में कहीं गायब हो गए हैं। प्रतिनिधि और आम लोग बस प्रशासन की तरफ टकटकी लगाए हुए हैं। जबकि कोसकी पुर सहोरा पंचायत को प्रखंड कार्यालय की तरफ से कुछ सूखा राशन दिया गया है परंतु अभी पर्याप्त राशन नहीं मिलने के कारण बाढ़ पीड़ित परिवारों के बीच सूखा राशन वितरण नहीं किया जा रहा है।
बाढ़ पीड़ित परिवार अब भी घर बार छोड़कर एनएच 31 सड़क मार्ग, कटरिया तिनटंगा पीडब्ल्यूडी सड़क मार्ग, स्कूल और रेलवे स्टेशन जैसे ऊंचे जगहों पर शरण लिए हुए हैं। पीड़ित परिवार अब भी प्रशासन से आशा लगाए बैठे हैं कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं दी जाएगी। बाहर हाल प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बाढ़ पीड़ितों के सामने समस्याओं का अंबार लगा हुआ है जबकि आवागमन इन समस्याओं में से एक प्रमुख समस्या बन गया है। जिस तरह प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।