भागलपुर में गंगा का जलस्तर बीते दो दिनों से घट रहा है। शुक्रवार को गंगा के जलस्तर में छह सेंटीमीटर और कमी आने के आसार हैं। बहरहाल गंगा का जलस्तर 33.31 मीटर है जो खतरे के निशान से 0.37 मीटर नीचे है। जलस्तर में लगातार हो रही कमी से गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों ने राहत की सांस ली है।
हालांकि गंगा का पानी सुल्तानगंज से पीरपैंती तक के दियारा इलाके के नए क्षेत्रों में फैलने से सब्जी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। दियारा में लगा करैला, नेनुआ, भिंडी, कद्दू, परवल सहित लाखों का सब्जी फसल बाढ़ का भेंट चढ़ गया है। इस प्राकृतिक आपदा ने किसानों की रीढ़ तोड़ दी है। उनके मेहनत पर पानी फिर गया है।
दियारा क्षेत्र में पानी का दबाव
दियारा क्षेत्रों में चार दिन पूर्व पानी का दबाव बढ़ने से वहां के लोग अपने बाल-बच्चों एवं पशुओं को लेकर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए है। उनके सहायता के लिए प्रशासन की ओर से भी कुछ नहीं किया जा रहा है। ऐसे पीडि़त परिवार खुद के जुगाड़ से अपना जीवन यापन कर रहे हैं। सबौर के समाजसेवी बाबू लाल पोद्दार ने कहा कि रजंदीपुर पंचायत के बगडेर बगीचे में दर्जन भर परिवार अपने समान को पेड़ पर जुगाड़ से रखकर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए है।
इधर केंद्रीय जल आयोग बेतार केंद्र हनुमान घाट के स्थल प्रभारी केएन सिंह ने बताया कि गुरुवार को गंगा का जलस्तर सुबह आठ बजे 33.31 मीटर रिकार्ड किया गया है। पूर्वानुमान में शुक्रवार को छह सेंटीमीटर और घटने का संकेत दिया गया है। अभी छह घंटे में एक सेंटीमीटर जलस्तर में कमी हो रही है। उन्होंने कहा कि पटना हाथीदाह में भी गंगा का जलस्तर घट रहा है।
मुख्य बातें
शुक्रवार तक और छह सेंटीमीटर जलस्तर में गिरावट आने के संकेत
-बहरहाल गंगा का वार्निंग लेबल से 0.68 मीटर उपर बह रही है