नवगछिया भागलपुर की गंगा किनारे की प्रकृति की खूबसूरती को देखकर देश के विख्यात वन्य जीव के फोटोग्राफर धृतिमान मुखर्जी गदगद हो गए। उन्होंने कहा कि सच में यहां पर वाइल्डलाइफ है। इसके लिए और लोगों को जागरूक होना होगा। इस वाइल्डलाइफ को बचाने के लिए स्थानीय लोगों का बहुत सहयोग रहा है। हमने ऐसे ऐसे फोटोग्राफ यहां पर लिए जो काफी दुर्लभ है। अब यहां के लोगों के जेहन में वृक्षों के प्रति पूर्व से जो आदर सम्मान रहा है उसी के तहत वृक्षों का सम्मान करते हुए नए पौधा लगाकर वृक्ष को संरक्षण करना है।
जिससे यहां वाइल्ड लाइफ और सुंदर हो सके। मालूम हो कि मंदार नेचर क्लब सह इंडियन बेड कंजर्वेशन नेटवर्क स्टेट कोऑर्डिनेटर अरविंद मिश्रा के साथ कटिहार कुर्सेला के क्षेत्र से लौटते हुए इस्माइलपुर के दियारा इलाके में फोटोग्राफी करने निकले थे। जहां पर उन्होंने कई तरह के दुर्लभ से दुर्लभ वन्य जीव को देखकर कही में यहां पर प्रकृति का बास है।
श्री मिश्रा ने कहा कि नवगछिया में कुछ वृक्षों की संख्या में कमी आई है जिसको लेकर अब हम लोगों को एक अभियान के तहत वृक्ष लगाना है। क्योंकि सबसे दुर्लभ पक्षी जगह नहीं मिलने के कारण मोबाइल टावर पर अपना घोंसला बनाकर प्रजनन कर रहा है इसे संरक्षण के लिए वृक्ष लगाना जरूरी है।
हर इलाके में लगेंगे पीपल सेमल पाकर के पेड़
अरविंद मिश्रा ने बताया कि वाइल्ड लाइफ के फोटो विशेषज्ञ धृतिमान मुखर्जी ने यहां पर बड़े एवं छोटे गरुड़ के भोजन करने का जगह भी देखा कि किस तरह से गरूड़ का बसेरा यहां पर बना गरुड़ को भोजन की सुविधा कैसे मिल पा रहा है। इसको लेकर के विशेष तौर पर उन्होंने अलग-अलग जगहों पर कलबलिया धार, गंगा प्रसाद बांध, मालपुर, तेतरी, जगतपुर आदि जगहों पर कई तरह के पक्षियों का फोटो खींचा।