

भागलपुर : गया के शेरघाटी में कार्यरत अग्निशमन विभाग की महिला सिपाही ज्योति की संदिग्ध परिस्थितियों में जान जाने की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया। मृतका का शव बुधवार सुबह भागलपुर स्थित लोदीपुर थाना क्षेत्र के बसंतपुर पहुंचते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया।
परिजनों ने ज्योति की मौत को जान देने की नहीं, बल्कि हत्या करार दिया है। मृतका के पति चंदन कुमार ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों और सिपाही ने उनकी पत्नी को लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया था। उनका कहना है कि ज्योति को निजी कामों के लिए मजबूर किया जाता था, और इसके चलते वह परेशान रहती थी। चंदन कुमार ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा, “यह आ”त्मह”त्’या नहीं, हत्या है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”

परिजनों के आरोपों के बाद, शेरघाटी थाने में अग्निशमन विभाग के अधिकारी कृष्ण मुरारी प्रसाद और सिपाही राजेश कुमार के खिलाफ प्रताड़ना और जान देनें के लिए उकसाने की शिकायत दर्ज की गई है।
गया के एएसपी शैलेन्द्र सिंह ने इस मामले में कहा, “महिला सिपाही की आ”त्मह”त्या की घटना की जांच जारी है। हम जल्द ही घटना के कारणों का पता लगाएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”

मृतका के शव के गांव पहुंचने पर स्थानीय लोगों और परिजनों ने घटना की गहन जांच की मांग की है। इस मामले ने पुलिस विभाग और अग्निशमन विभाग के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब की उम्मीद अब जांच पर टिकी हुई है।