


खौफनाक पूस की रात और शमशान घाट पर लाशों का ढेर, लाश जलाने के लिए जगह पढ़ रहे कम, जल रही चिता की आग से लोग ठंड से कर रहे बचाओ
भागलपुर,सर्द के बेदर्द रात की कहानी आपको भागलपुर से दिखाते हैं, यह दर्द भरी कहानी है मशहूर गायक किशोर कुमार के ननिहाल भागलपुर की, खौफनाक पूस की रात में कब कहाँ क्या हो जाय किसी को नहीं मालूम। गायक किशोर कुमार के नानिहाल से एक दर्द भरी कहानी सामने आई है। शमशान घाट पर लाशों का ढेर है। ठंड की वजह से ग्रामीण इलाके के लोगों का इंतकाल ज्यादा हो रहा है। जबकि शहरी आबादी के बीच आलाव की व्यवस्था नाकाफ़ी दिखी।

भागलपुर के गंगा किनारे शमशान घाट पर लाश के दाह संस्कार के लिए जगह की कमी हो गई है। बढ़ते ठंड की वजह से मारने वालों की संख्या बढ़ गई है। शमशान घाट बरारी में लाश की संख्या और उनके परिजन परेशान दिखे। जबकि शमशान घाट बरारी में एक बेड वाला विद्युत शवदाह गृह भी है। लेकिन ज्यादातर समय मेंटेनेंस की जरूरत की वजह से बंद रखना पड़ता है। विद्युत शवदाह गृह के संचालक राहुल राय का कहना है कि स्मार्ट सिटी के रीभर फ्रंट के निर्माण कार्य की वजह से लाश जलाने की जगह छोटी पड़ गई है। स्मार्ट सिटी न तो विद्युत शवदाह गृह का नया निर्माण कर रही है और न ही लकड़ी से जलाने वाली जगह दे रही है।

जब पूस के सर्द भरी बेदर्द रात में शहरी इलाके से लेकर शमशान घाट का जायजा लिया तो जिंदगी के सफ़र की सच्चाई सामने आई। कहें तो “ठंड में इंतजार एक सवारी का था। और मसला दो वक्त की रोटी का था।
मौत ने दोनों सवाल ही ख़त्म कर दिए।
सच्चाई जानिए इस रिपोर्ट से…
