नवगछिया पुलिस जिला के रंगरा के भवानीपुर केबिन पर कार्यरत सबौर आर्य टोला निवासी गेट मैन मुकेश कुमार मंडल हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. मामले में पुलिस ने भवानीपुर निवासी सौगंध कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. बात सामने आयी है कि महज सिगरेट पीने के लिए पैसे नहीं देने पर अपराधियों ने गेट मैन की गोली मार कर हत्या कर दी और पुलिस को भ्रमित करने के लिये शव को केबिन रूम में शव को रख दिया. नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने एक प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने सौगंध के पास से घटना में प्रयुक्त एक देशी कट्टा और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. जबकि पुलिस ने युवक से पूछताछ के बाद दावा किया है कि सौगंध ने अपना इकबालिया जुर्म भी कबूल किया है. आरपीएफ पुलिस की सूचना पर रंगरा पुलिस ने सौगंध को भवानीपुर गांव से गिरफ्तार किया है.
एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि 31 दिसंबर 2021 को वारदात के बाद से सौगंध अपने संबंधी के यहां रसलपुर गांव में और अपने ससुराल भागलपुर में रह रहा था. घटना के बाद ही पुलिस ने मामले का खुलासा कर लिया था लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी. पुलिस ने मामले में आरोपियों के पहचान से संदर्भित सूचना को आस पास के थानों में सर्क्युलेट कर दिया था. जब आरपीएफ पुलिस की नजर सौगंध पर पड़ी तो सूचना संबंधित थाने को दी गयी. जब रंगरा पुलिस ने युवक को गिरफ्तार किया तो पूछताछ के क्रम में उसकी निशानदेही पर देशी कट्टा और कारतूस बरामद किया गया.
एसडीपीओ ने बताया कि घटना में चार युवकों का नाम सामने आ रहा है. घटना के वक्त सभी युवक मोटरसाइकिल से थे. किसने गोली चलायी थी, इसके लिए अनुसंधान किया जा रहा है. एसडीपीओ ने बताया कि मामले में अन्य संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस छापेमारी कर रही है. छापेमारी में गोपालपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार, रंगरा थाना के दरोगा चनवीर यादव, शशिभूषण कुमार, सनोज कुमार राजवंशी, योगेश कुमार, सिपाही संतोष कुमार शामिल थे.
दारू पीने बाद युवकों के पास नहीं थे सिगरेट के पैसे, गेट मैन से पैसे की मांग की, नहीं दिए पैसे तो मार दी गोली
गेट मैन मुकेश की हत्या में सौगंध के गिरफ्तार होने के बाद हत्याकांड की पूरी कहानी सामने आ गयी है. पुलिस सूत्रों की मानें तो चार युवक 31 दिसंबर को नववर्ष आगमन के उपलक्ष्य में दारू पार्टी कर रहे थे. इस दौरान दारू के नशे को और ज्यादा तीक्ष्ण बनाने के लिए सिगरेट की जरूरत थी. चुकी चारो युवकों का पैसे अवैध रूप से मंहगी शराब खरीदने के कारण पैसे समाप्त हो गए थे. रात्रि के लगभग दस बज रहे थे. युवकों ने गेट मैन मुकेश से पैसे की मांग की लेकिन गेट मैन के पास पैसे नहीं थे. बात सामने आयी है कि गेट मैन अपना पर्स उस दिन भूल गया था. लेकिन चारों युवकों को विश्वास नहीं हो रहा था कि रेलवे की सरकारी नौकरी करने वाले मुकेश के पास एक भी पैसे नहीं है! अंततः बाता बाती होने लगी और चारो युवकों में से एक ने मुकेश की सीने में गोली मार दी. कहा जा रहा है कि गोली लगते ही मुकेश की मौत हो गयी थी. अपराधियों ने घटना को समपार फाटक के एकदम करीब अंजाम दिया था लेकिन पुलिस को भ्रमित करने के लिए युवकों ने मुकेश के शव को उठा कर केबिन रूम में रख दिया. यही कारण है कि स्थानीय लोगों के साथ साथ पुलिस को घटना की जानकारी एक जनवरी की सुबह मिली.