गोपालपुर – लंबे समय बाद पुन:तिनटंगा करारी गांव में घात-प्रतिघात होने की संभावना से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गया है .लोग डरे व सहमे हैं .कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है .लंबे अर्से बाद पिता की हत्या का बदला लेने की नियत से सरेशाम गोलियों की तडतडाहट से तिनटंगा करारी के ग्रामीण अनहोनी की आशंका व्यक्त कर रहे हैं.
ग्रामीणों की जीविका का मुख्य साधन सुदूर दियारा में खेती व पशुपालन है.बडी संख्या में किसान दियारा में बासा बना कर रहते हैं.दियारा में जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत सर्वविदित है.ऐसे में दियारा में रहने वाले लोग अवैध हथियार आत्मरक्षार्थ रखने को मजबूर होते हैं.हालांकि समय समय पर पुलिस द्वारा अपराधियों की धर पकड हेतु अभियान चलाया जाता है.