बिहार में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं राज्य में पिछले 56 दिनों से फार्मासिस्ट और एएनएम तीन सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर डंटे हुए है। फार्मासिस्ट ने गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के घर का घेराव किया है। ये लोग मंगल पांडे के घर के आगे धरने पर बैठ गएं और जमकर मंत्री के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा किया।
इनका आरोप है कि सरकार कोरोना संक्रमण में इन से लगातार काम ले रही है लेकिन इनका मानदेय नहीं बढ़ा रही है। फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में सभी जी जान से ड्यूटी कर रहे थे लेकिन अब भी इन्हें महज 14 हजार मानदेय दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आयुष चिकित्सकों को 44 हजार मानदेय देने का भरोसा दिया गया है। प्रदर्शन कर रहे लोग मंगल पांडे से मुलाकात कर अपनी मांगों के बारे में उनको ज्ञापन सौंपना चाहते हैं।
बिहार में 24 घंटे में रिकॉर्ड 51 हजार 924 सैम्पल की हुई जांच
बिहार में पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 51 हजार 924 सैम्पल की कोरोना जांच की गई। इसके साथ ही राज्य में अबतक हुए कोरोना जांच की संख्या बढ़कर 07 लाख 39 हजार 78 हो गयी। पिछले दस दिनों में जांच की संख्या 12,461 से चार गुणा बढ़कर 51 हजार से अधिक हो गयी। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 15 फीसदी से गिरकर 5.2 फीसदी हो गयी।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने जांच की क्षमता में बढ़ोतरी और संक्रमण की दर में गिरावट को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया और इसके लिए सभी डाक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की हौसला बढ़ाया।