- जिलापार्षद का आरोप – शराब मामले में भी थनाध्यक्ष ने खुले आम लिया घूस
- थनाध्यक्ष ने कहा मजाक में मांगे थे पैसे, जब नहीं दिया तो डर कर छोड़ दिया थ्रेसर
- एसडीपीओ ने कहा – मामले की होगी जांच
नवगछिया – नवगछिया की जिला पार्षद भाजपा नेत्री नंदनी सरकार ने ढोलबज्जा थनाध्यक्ष राजदेव प्रसाद रमण के विरूद्ध घूसखोरी करने और फोन पर दस हजार रुपये बतौर घूस मांगने का आरोप लगाते हुए सोमवार को एक ऑडियो टेप भी जारी किया है. सोमवार देर शाम तक आडियो टेप सोसल मीडिया पर वायरल था. जिला पार्षद का कहना है कि उक्त आडियो टेप लॉक डाउन पीरियड का है. एक किसान अपने खेत पर भुट्टा दौनी कर रहा था. नियम के विरूद्ध बड़ा बाबू (थनाध्यक्ष) ने ट्रेक्टर लगे थ्रेसर को जब्त कर लिया था. जब किसान ने उन्हें सूचना दी तो उन्होंने ढोलबज्जा के थनाध्यक्ष को फोन किया तो थनाध्यक्ष ने पहले अकड़ दिखायी फिर थ्रेसर लेने के लिये दस हजार रुपये लेकर किसान को थाने पर भेजने कहा. जिस पर उन्होंने किसान को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी सूरत में रकम नहीं देना है तो थनाध्यक्ष ने कुछ दिन बाद बिना पैसे के ही थ्रेसर छोड़ दिया. जिला पार्षद का आरोप है कि 10 सितंबर की रात शराब के साथ पकड़े गए धंधेबाजों का केस हल्का करने के नाम पर थानेदार ने आरोपियों से मोटी रकम के रूप में करीब ₹40000 लिए हैं. वहीं शनिवार को चोरी के मामले में रंगे हाथ पकड़े गए चोरों पर कार्यवाही करने के बजाय थानेदार ने ₹20000 लेकर चोरों को थाने लाकर छोड़ दिया. जिलापार्षद ने कहा कि उक्त मामले की जानकारी एक पुलिसकर्मी ने ही उन्हें दी है. जिसका वीडियो उनके पास सुरक्षित है. जिलापार्षद ने कहा कि थनाध्यक्ष ने थाने को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है. ऐसे पुलिस पदाधिकारी कहीं भी रहने लायक नहीं हैं. जिलापार्षद ने कहा कि यदि पुलिस के वरीय पदाधिकरियों द्वारा थनाध्यक्ष के विरूद्ध कार्रवाई नहीं करेंगे तो वे उग्र आंदोलन करने को विवश हो जाएंगी. जनता त्राहिमाम है तो वे चैन से बैठने वाली नहीं है.
पूर्वाग्रह और निजी स्वार्थ से ग्रसित हैं जिलापार्षद – थनाध्यक्ष
ढोलबज्जा थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद रमन ने कहा कि सारे आरोप निराधार है. ऐसी कोई बात नहीं है उनसे जो बातचीत है वह बहुत पहले की है जिसमें हंसी मजाक में वह बोला चला गया था. जिलापार्षद पूर्वाग्रह और निजी स्वार्थ से ग्रसित हैं. थनाध्यक्ष ने कहा कि जिप सदस्य नंदनी सरकार के भाई को दो दिन पहले वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने गाड़ी रोकने के लिए कहा. इस दौरान उन्होंने चेकिंग कर पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल के साथ बदसुलूकी की और हो हंगामा करने लगा. सूचना मिलने पर मै स्वयं भी वहां पहुचा. इसके बाद उनसे गाड़ी का पेपर मांगा गया. गाड़ी पंजाब नंबर की है जिसका पेपर भी उनके पास नही था. इसके अलावा ड्राइवरी लाइसेंस भी नहीं था. इस संदर्भ में थाना में सनहा दर्ज किया गया है एवं गाड़ी को थाना पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि उनसे पेपर प्रस्तुत किए जाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि इन्हीं बातों को लेकर जिलापार्षद इस तरह की साजिश कर रही हैं.
मामले की होगी जांच : एसडीपीओ
एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा कि इस तरह की जानकारी नहीं है. अगर इस तरह की बात है तो मामले की जांच की जाएगी.