नवगछिया पुलिस जिला के रंगरा थाना क्षेत्र के जहांगीरपुर बैसी में गीदड़ के हमले से दो किशोर गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना आज रविवार सुबह की है, जब गांव के दो किशोर, आशीष कुमार पिता रमेश साह और साजन कुमार पिता लालू साह, घर के पास खेल रहे थे। तभी अचानक एक गीदड़ ने उन पर हमला कर दिया।
हमले में गंभीर चोटें
गीदड़ के हमले में किशोर के पांव पर गहरे घाव हो गए। गांववालों ने बताया कि गीदड़ ने दोनों किशोरों को पांव के निचले हिस्से में काटा, जिससे खून बहने लगा। घटना के बाद घबराए परिजन और ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक इलाज किया जा रहा हैं ।
ग्रामीणों में डर का माहौल
इस घटना के बाद जहांगीरपुर बैसी और आसपास के गांवों में डर का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में अंधेरा होते हुए दियारा क्षेत्र में कई दर्जन गीदड़ घूमनें लगते हैं । हालांकि पहली बार ही गीदड़ ने इस तरह हमला किया है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जंगली जानवरों के खतरे से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
चिकित्सकों की सलाह
इस तरह के मामलों में डॉक्टरों का कहना है कि:
- घाव को तुरंत साफ करें: गीदड़ के काटने पर घाव को साफ पानी और साबुन से अच्छी तरह धोएं ताकि संक्रमण का खतरा कम हो।
- अस्पताल में इलाज: किसी भी जानवर के काटने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल जाकर एंटी-रेबीज टीका लगवाएं।
- संक्रमण की जांच: घाव को समय-समय पर साफ करते रहें और संक्रमण के लक्षण (जैसे सूजन, मवाद, या तेज दर्द) पर नजर रखें।
- टीकाकरण जारी रखें: रेबीज का खतरा खत्म करने के लिए डॉक्टर द्वारा बताए गए पूरे टीकाकरण को समय पर पूरा करें।
जागरूकता की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि जंगली जानवरों से बचने के लिए सतर्कता बरतना जरूरी है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को विशेष रूप से बच्चों को सावधान रहने की सलाह देनी चाहिए। इसके अलावा, जंगली क्षेत्रों में सफाई बनाए रखना और वन विभाग को ऐसी घटनाओं की तुरंत जानकारी देना आवश्यक है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से क्षेत्र में गीदड़ों की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण के लिए कार्रवाई की मांग की है।