जलस्तर में वृद्धि के साथ प्रखंड मुख्यालय गोपालपुर में बाढ के पानी के प्रवेश करने की संभावना काफी बढ गई। ब्रह्मोत्तर धार से पानी बगीचा में प्रवेश करने लगा है। जिस कारण बासा बना कर अपने माल मवेशियों के साथ रहने वाले ग्रामीण वहाँ से ऊँचे स्थान पर चले आये हैं। अंचलाधिकारी ने जल संसाधन विभाग के अभियंता को प्रखंड मुख्यालय में बाढ के .
पानी के प्रवेश पर रोक लगाने को कहा। हालाँकि जल संसाधन विभाग द्वारा महंथ बाबा स्थान के निकट पर बालू भरी बोरियों से पानी को रोकने का प्रयास किया गया है। परन्तु वर्षा के पानी से पहले से ही सुकटिया बाजार सैदपुर सडक पर पानी बहने के कारण स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है।
बताते चलें कि उक्त धार में तटबंध नहीं बनाये जाने के कारण गोपालपुर प्रखंड मुख्यालय सहित दर्जनों गाँवों पर प्रतिवर्ष बाढ का खतरा बना रहता है।जल संसाधन विभाग के कैंप कार्यालय से मिली जानकारी को अनुसार गंगा नदी इस्माइलपुर -बिंद टोली में मंगलवार की शाम को खतरे के निशान 31.60 मीटर से 85 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
जिस कारण अधिकांश स्परों पर पानी का दवाब बना हुआ है। इस्माइलपुर से लेकर हिंद टोली के बीच तटबंध के निकट पानी आने के कारण स्पर संख्या एक और दो के बीच तटबंध पर सिपेज होने लगा। हालाँकि विभाग द्वारा ततकाल बालू भरी बोरियों से सील कर दिया गया है। परन्तु स्पर संख्या पाँच से.
लेकर स्पर संख्या छह एन तक पानी का पूरा दवाब बना हुआ है।जलस्तर -न्यूनतम 24.00मीटर,चेतावनी 30.60 मीटर खतरे का 31.60 मीटर, अधिकतम 33.45 मीटर और मंगलवार की शाम को 32.45 मीटर पर बह रही है।