विगत 20 वर्षों से जिला परिषद पद पर जिस तरह से मतदान कर मतदाताओं ने अपने आप को उस समय तो संतुष्ट कर लिया लेकिन उसके बाद पश्चाताप के अलावा कुछ नहीं मिला ।। बार-बार एक ही शिकायत रहा कि जीतने वाले जनप्रतिनिधि कोई कार्य नहीं करते इसका सबसे बड़ा है कि मतदान करते समय कोई भी सूझबूझ व अपनी जागरूकता ना दिखाने के बजाए आंख मूंद कर किसी पर भरोसा कर उन्हें वोट दे देते हैं इसलिए इस बार ठगी का ना हो शिकार बेटी को करें स्वीकार यह कहना था नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद गोपालपुर जिला परिषद प्रत्याशी रूपम प्रिया राज का ।
उन्होंने कहा कि उनका मायका गोड़िहारी सैदपुर है । व ससुराल खरीक प्रखंड अंतर्गत भवनपुरा है उन्होंने अपने मायके गोपालपुर प्रखंड से नामांकन दिया है उन्होंने कहा कि विगत कई पंचवर्षीय योजना से लोग जिला परिषद से सिर्फ ठगी का शिकार हुए हैं उनके पति ग्रामसेवक हैं और वह भी समाज सेवा से जुड़कर अपने जनसेवक बनना चाहती हैं । वही मौके पर उनके भाई विभास कुमार भारती ने बताया कि कि वे दोनों भाई-बहन लगातार कई महीने से जनसंपर्क कर रहे हैं प्रत्येक पंचायत के प्रत्येक गांव में.
जाकर लोगों से मिल रहे हैं वे अनुरोध करते हैं कि प्रखंड वासी जिला परिषद पर पर मतदान करने से पहले एक बार जरूर सोच समझ ले । प्रत्याशी से जरूर मिले एवं सही उम्मीदवार का चयन करें । वही नामांकन केंद्र के बाहर रूपम प्रिया राज के साथ उनके पुत्र भानु कुमार, पुत्री, भाई के अलावे सैकड़ों की संख्या में समर्थक उपस्थित थे ।