- पांच करोड़ 46 लाख से हुआ था कटाव रोधी कार्य
- मुख्यमंत्री कर चुके हैं स्थल का सर्वेक्षण
- मंडरा रहा अस्तित्व के समाप्ति का खतरा
बिहपुर- प्रखंड जयरामपुर के गुवारीडीह बहियार में पुरातात्विक स्थल गुवारीडीह टिल्हे के लेकर जहाँ बिहार सरकार के द्वारा संरक्षण की घोषणा की गई वही दूसरी ओर टील्हे के पास कोसी की जलस्तर में वृद्धि होने के कारण पश्चिम दिशा में भीषण कटाव प्रारंभ हो गया ।
गुरुवार को अभिनाश चौधरी, पैक्स अध्यक्ष विकास कुमार,टोनी कुमार,देवराज तिवारी ,विपिन ,शुभम कुमार, महेश कुमार, विनोद कुमार, व राजीव साह ने बताया की गुवारीडीह टिल्हे का अस्तित्व कोसी कटाव के कारण खतरे में पड़ गया हैं । कोसी के पानी का अत्यधिक दबाव के कारण टिल्हे के पश्चिम दिशा से भीषण कटाव हो रहा हैं ।
कोसी का जलस्तर घटने के बाद टिल्हे में और अत्यधिक कटाव होगा । वहीं बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल नवगछिया के एसडीओ धीरेंद्र कुमार ने बताया की कोसी के पानी का अत्यधिक दबाव के कारण मिट्टी का क्षरण शुरू हुआ था लेकिन बोम्बो रॉल, एनसीईसी बैग एवं प्लास्टिक सीट कवर देकर कटावनिरोधी कार्य किया गया ।
बता दें गुवारीडीह बहियार में मिले तीन हजार पूर्व विकसित रहे सभ्यता के पुरातात्विक अवशेष मिलने के बाद 20 दिसंबर को माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुवारीडीह पहुंच कर मुआयना करने के बाद क्षेत्र को संरक्षित करने एवं विकास की बात कही थी ।
उसके बाद टिल्हे को कोसी की कटाव से बचाने को लेकर कटावनिरोधी काम किया हैं । इस कार्य के संवेदक मुजफ्फपुर के राकेश कुमार सिंह के द्बारा पांच करोड़ 46 लाख रूपया में कटाव रोधी कार्य भी कराया गया हैं । कटाव रोधी कार्य 1 मार्च से शुरू होकर 15 मई को समाप्त हुआ था ।