

नवगछिया। सूबे के प्रतिष्ठित ज्ञान वाटिका विद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन गंगा नदी में किया। विसर्जन के दौरान माहौल भक्तिमय हो गया, जहां हर ओर “सरस्वती माता की जय” के जयकारे गूंजते रहे।

भक्तिपूर्ण माहौल में हुआ मां सरस्वती का विसर्जन
गंगा किनारे पहुंचने से पहले विद्यालय परिसर में सामूहिक हवन का आयोजन किया गया, जिसमें सभी छात्रों ने भाग लिया। इसके बाद माता की आरती और क्षमा स्तोत्र का पाठ किया गया। जुलूस के दौरान छात्रों ने भक्तिपूर्ण गीतों पर नृत्य-संगीत की प्रस्तुति भी दी।
विसर्जन जुलूस में 100 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल थे, जो पूरी आस्था के साथ मां सरस्वती के जयकारे लगा रहे थे। नन्हे-मुन्ने बच्चों से लेकर वरिष्ठ छात्र-छात्राओं तक, सभी श्रद्धा से ओतप्रोत दिखे।

सह-संचालक ने बढ़ाया हौसला
गंगा तट पर मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जित करने के दौरान सभी छात्र-छात्राओं की आंखें नम हो गईं। यह दृश्य बेहद भावुक करने वाला था। इस दौरान ज्ञान वाटिका विद्यालय के सह-संचालक भी छात्रों के बीच मौजूद रहे और उनका हौसला बढ़ाते दिखे।
प्रतिवर्ष होने वाले इस धार्मिक आयोजन में विद्यालय के छात्र-छात्राएं पूरे उत्साह के साथ भाग लेते हैं, जो भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा से जुड़ाव को दर्शाता है।