नवगछिया अनुमंडल के सिंधिया मकन्दपुर ग्राम स्थित ज्ञान वाटिका विद्यालय में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने बापू और शास्त्री जी के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
विद्यालय के छात्रों ने “रघुपति राघव राजा राम” का गायन किया और इस मौके पर स्वच्छता अभियान भी चलाया। सभी ने अपने जीवन में सादगीपूर्ण जीवन जीने का संकल्प लिया और बापू के सिद्धांतों के अनुसार नकल न करने की प्रेरणा ली।
विद्यालय प्रधान राजेश कुमार झा ने संबोधन में बताया कि गांधी जी भारतीय आजादी के महानायक थे और उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने बच्चों को सलाह दी कि किसी महापुरुष की जीवनी और कार्यशैली को जानने के लिए लाइब्रेरी का सहारा लें, न कि सोशल मीडिया का, क्योंकि वहाँ की अधिकांश जानकारी भ्रामक होती है।
श्री झा ने लाल बहादूर शास्त्री की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शास्त्री जी का व्यक्तित्व हमें प्रतिकूल परिस्थितियों में संयम और धैर्य के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
वरीय शिक्षक मनोज चौधरी ने गांधी जी के एक दृष्टांत का जिक्र करते हुए कहा कि जब किसी ने गांधी जी से कहा कि वे केवल एक धोती पहनते हैं, तो गांधी जी ने उत्तर दिया कि उन्हें चालीस करोड़ कुर्तों की जरूरत है, जो उनके देशवासियों के लिए हों।
विद्यालय के सचिव नीलेश कुमार झा ने सभी को गांधी और शास्त्री जयंती की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि गांधी जी विश्वस्तरीय नेता थे, जिनके पदचिह्नों पर चलकर मार्टिन लूथर किंग और नेल्सन मंडेला ने अपने देशों के लिए संघर्ष किया। वही मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के अलावे सैकड़ो की संख्या में बच्चे उपस्थित थे ।