


नवगछिया के सिंघिया मकंदपुर स्थित ज्ञान वाटिका विद्यालय में मंगलवार को बाबू वीर कुंवर सिंह की वीरता और बलिदान को समर्पित विजय उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण ‘वीर कुंवर सिंह अमर रहे’ के नारों से गूंज उठा।

समारोह को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधान राजेश कुमार झा ने बताया कि 23 अप्रैल 1858 को वीर कुंवर सिंह ने जगदीशपुर में अंग्रेजों की टुकड़ी को खदेड़ते हुए यूनियन जैक झंडा उखाड़ फेंका था। उन्होंने बताया कि अंग्रेजों की गोली से घायल होने के बाद वीर कुंवर सिंह ने अपने दाहिने हाथ को काटकर मां गंगा को अर्पित कर दिया था।
वरिष्ठ शिक्षक मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि वीर कुंवर सिंह की जीवनी हमें यह सिखाती है कि मजबूत इरादों के सामने उम्र भी बाधा नहीं बनती। उन्होंने 80 वर्ष की अवस्था में भी अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा संभाला, जो बिहारवासियों के लिए गर्व की बात है।

इस मौके पर विद्यालय के बच्चों ने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को भावनात्मक रंग दे दिया। पूरा वातावरण देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया।
