दुर्गा मन्दिर के सैदपुर, गोपालपुर के प्रांगण में दिव्य जाग्रतिसंस्थान की ओर से आयोजित पांच दिवसीय श्री हरि कथा के दूसरे दिन सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी अमृता भारती जी ने कहा कि आज हर इंसान लाभ चाहता है लेकिन लाभ है क्या ? गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं लाभ की किछु हरीभक्ति समाना हरीभक्ति जैसा लाभ जीवन में कुछ भी नहीं है.
जब तक श्री हरि की भक्ति नहीं आ जाती तब तक जीवन शव के समान है .लेकिन वह हरि मिलेंगे कहां वह कहां रहते हैं. वैकुंठ में योगियों के हृदय में या जंगल में भक्त प्रह्लाद जी ने श्री हरि की भक्ति को प्राप्त किया संत नारद जी की कृपा से हमारे जीवन में भी नारदजी जैसे पूर्ण संत की जरूरत है. जो हमें भक्ति की युक्ति प्रदान करते हैं.