भागलपुर। सुल्तानगंज में प्रस्तावित हवाई अड्डा निर्माण को लेकर किसानों का विरोध तेज हो गया है। सोमवार को कस्बा, सुजापुर, मंझली मौजा और कमरगंज के किसानों ने चिन्हित जमीन पर धरना प्रदर्शन कर अपनी जमीन देने से साफ इनकार कर दिया। किसानों ने इसे सिंचित और उपजाऊ जमीन बताते हुए निर्माण प्रस्ताव को तुरंत वापस लेने की मांग की।
धरना में शामिल किसानों का कहना था कि यह जमीन उनकी आजीविका का मुख्य साधन है। इस उपजाऊ भूमि पर साल में तीन फसलें—धान, गेहूं और मूंग—उगाई जाती हैं। गंगा पंप नहर योजना के माध्यम से क्षेत्र में सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था है, और यही जमीन उनके परिवारों की रोजी-रोटी का सहारा है।
‘भूमिहीन बन जाएंगे किसान’
धरना में शामिल किसान दशरथ मांझी, अनुज कुमार, सुजीत कुमार, नंदन यादव और अन्य ने कहा कि यदि यह जमीन दी गई, तो वे भूमिहीन हो जाएंगे और उनका जीवन यापन संकट में आ जाएगा। उन्होंने सरकार से अपील की कि हवाई अड्डा निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान गौराडीह को चुना जाए, जो जिला मुख्यालय के भी करीब है।
किसानों की एकजुटता
धरना में गीता देवी, शिवानंद यादव, मणिकांत यादव, कबीर मंडल सहित कई किसानों ने भाग लिया और एक स्वर में कहा कि वे किसी भी स्थिति में अपनी जमीन हवाई अड्डे के लिए नहीं देंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को अनसुना किया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
किसानों के विरोध के चलते हवाई अड्डा निर्माण परियोजना पर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन और सरकार की तरफ से इस मामले पर अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है।