

नवगछिया : होली का त्योहार जहां रंगों और खुशियों का पर्व होता है, वहीं इस दौरान सड़क दुर्घटनाओं में भी बढ़ोतरी देखी जाती है। लेकिन, इस साल होली के दिन नवगछिया पुलिस के जवानों ने अपनी तत्परता और साहसिकता से कुछ लोगों की जान बचाकर यह साबित कर दिया कि एक पुलिसकर्मी सिर्फ कानून की रक्षा ही नहीं, बल्कि इंसानियत की भी सुरक्षा करता है। इन पुलिसकर्मियों ने न केवल अपनी जान जोखिम में डाली, बल्कि एक सच्चे मसीहा की तरह घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचा कर उन्हें मौत के मुंह से बाहर निकाला।

पहली घटना: वैभव होटल के पास बाइक सवार दंपति की जान बचाई
नवगछिया के परबत्ता थाना क्षेत्र अंतर्गत वैभव होटल के पास एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हुई, जब एक बाइक सवार दंपति अपनी बाइक से तेतरी दुर्गा मंदिर से नक्षत्रा होटल,जाह्नवी चौक लौट रहे थे। रास्ते में उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई और दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में प्रदीप झा और उनकी पत्नी ममता झा शामिल थे। इनकी हालत काफी गंभीर थी, और अगर समय रहते उपचार न मिलता, तो जान जाने का खतरा था।
लेकिन परबत्ता थाने एसआई शशि भूषण प्रसाद सिंह ने तत्काल अपनी गस्ती गाड़ी से घायलों को मौके से उठाया और उन्हें फौरन अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया पहुंचाया। अस्पताल में तत्परता से इलाज शुरू हुआ, लेकिन गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें मायागंज अस्पताल रेफर किया गया। हालांकि, इन पुलिसकर्मियों की तत्परता से इनकी जान बचाई जा सकी, और उनकी स्थिति स्थिर हो गई।

दूसरी घटना: नवगछिया बस स्टैंड के पास बाइक दुर्घटना में महिला की जान बचाई
होली के दिन एक और गंभीर दुर्घटना नवगछिया बस स्टैंड एसपी आवास के समीप हुई, जब एक बाइक सवार दंपति नवगछिया बाजार से भागलपुर गोराडीह अपने घर लौट रहे थे और दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इस दुर्घटना में महिला का सिर फट गया और वह गंभीर स्थिति में थीं। घायलों को तुरंत नवगछिया पुलिस लाइन के दो जवान, मनीष कुमार और जितेंद्र कुमार ने देखा और बिना किसी देर के अपनी पुलिस जिप्सी से उन्हें अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया पहुंचाया। यहां महिला का इलाज किया गया, और उनकी स्थिति में सुधार हुआ।

पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक अहम कदम
इन घटनाओं से यह साफ दिखता है कि नवगछिया पुलिस की व्यवस्था सिर्फ कानून और व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि इन पुलिसकर्मियों ने असल में एक मानवीय दृष्टिकोण से कार्य किया है। उनकी तत्परता, साहस और समर्पण ने यह साबित कर दिया कि पुलिसिंग केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए भी है। यह उदाहरण पुलिसिंग में सुधार की दिशा में एक अहम कदम है।
जीएस न्यूज़ की टीम उन सभी पुलिसकर्मियों को सलाम करती है जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना घायलों की जान बचाने में मदद की और यह सिद्ध किया कि असली पुलिसकर्मी वही होते हैं, जो न केवल अपना कर्तव्य निभाते हैं, बल्कि इंसानियत के लिए भी खड़े रहते हैं।

