राजद सुप्रीमो से रांची में मुलाकात के दो दिनों बाद भाई तेजप्रताप के घर डिनर पर पहुंचे बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव। दोनों की डिनर पर मुलाकात की फोटो मीडिया में आते ही बिहार की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गरम हो उठा। तस्वीर में उनके साथ एक और रिश्तेदार भी डायनिंग टेबल पर दिख रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक शनिवार को तेजप्रताप के घर डिनर के लिए पहुंचे तेजस्वी यादव के साथ उनके जीजा और परिवार के कई अन्य सदस्य पहुंचे। दरअसल दो दिन पहले ही लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव चारा घोटाले मामले में रांची में सजा काट रहे अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी। पार्टी सूत्रों ने बताया था कि लालू ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को वरीय राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह पर ‘एक लोटा पानी’ वाले बयान पर नाराजगी जमाते हुए तलब किया था। इस दौरान उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर विवाद और गैर जरूरी बयान से दूर रहने की सलाह देते हुए सीट बंटवारे समेत कई मुद्दों पर बात की थी।
इस मुलाकात के बाद पटना लौटे तेज प्रताप अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात कर पिता के संदेश की जानकारी दी। इस मुलाकात के अगले ही दिन यानि शनिवार को तेजस्वी और परिवार के अन्य सदस्य तेजप्रताप यादव के यहां डिनर पर पहुंचे। पार्टी सूत्रों के अनुसार डिनर के बहाने जहां तेजप्रताप ने सभी को पिता लालू प्रसाद यादव का संदेश दिया वहीं अनुज तेजस्वी यादव से विधानसभा चुनाव और सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे को लेकर पिता के संदेश पर चर्चा की।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव, बाहुबली रामा सिंह की राजद में इंट्री और रघुवंश प्रसाद सिंह के राजद उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा को लेकर भी चर्चाएं हुई।
दूसरी बार रामा सिंह की राजद में इंट्री रोक दी गई
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के मना करने पर रामा सिंह की राजद में इंट्री शनिवार को रोक दी गई। राजद की इस पहल को पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह को मनाने का अंतिम प्रयास माना जा रहा है। रामा सिंह की राजद में इंट्री रोकने की यह दूसरी घटना है।राजद ने इस बार रामा सिंह को पार्टी में शामिल करने की कोई घोषणा नहीं कि थी, लेकिन रामा सिंह ने खुद ही एलान किया था कि वह 29 अगस्त को राजद में शामिल हो जाएंगे। उसके बाद रघुवंश सिंह ने अपनी नाराजगी जता दी थी। नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली के अस्पताल में मिलने के बहाने उनको मनाने का भी प्रयास किया। इसके पहले जब राजद ने रामा सिंह को शामिल करने की घोषणा की थी तो नाराज रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद उन्हें मनाने का प्रयास भी हुआ। लेकिन, वे नहीं माने और आज भी पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा पर कायम हैं।