हम जैसा कर्म करते हैं हमें वैसा ही फल मिलता है यह बातें घाट ठाकुरबाड़ी नवगछिया में चल रहे पांचवें दिन राम कथा की अमृत वर्षा में बनारस से आई श्रीमती हीरामणि देवी ने कहा कि हमारे कर्म के अनुसार हम जैसा कर्म करते हैं हमें वैसा फल मिलता है हमारे किए हुए पुण के कारण ही हमें सुख की प्राप्ति होती हैं पिछले जन्म के कर्म का फल हमें जरूर मिलता है जहां भगवान की कृपा समाप्त होती है वहीं से संत की कृपा की शुरुआत होती है जहां धर्म होता है संपत्ति भी वही आती है सुख दुख एक दूसरे के भाई हैं इसलिए सुख में कभी ना फूलों दुख में कभी दुखी नहीं होना चाहिए जीवन में जो समय मिला है उसे व्यर्थ ना गवाएं जीवन फिर दोबारा नहीं मिलेगा इसलिए जो समय चल रहा है उसे सत्संग में लगाएं बुजुर्गों की सेवा करें उनकी बातें उनकी छाया सामान्य नहीं है.
उनका आशीर्वाद ही काफी होता है घर में बुजुर्गों का सम्मान करना सीखो हम भी कभी बूढ़े होंगे हम जैसा करेंगे वैसे हमारे बच्चे भी हमारे साथ करेंगे दूसरों के सुख को देखकर जो जले उसे मंथरा कहते हैं अपने घर की बात पति पत्नी की बात किसी को नहीं बतानी चाहिए जिस घर से बहन बेटी खुश होकर जाती है उस घर में कोई कमी नहीं होती इसलिए बहन बेटी को हमें अच्छे ढंग से खुशी खुशी विदा करना चाहिए सीताराम सीताराम सीताराम कहिए जाहि विधि राखे राम वाही विधि रहिए आदि भजनों पर खूब झूमे श्रोता गण राम कथा के पांचवें दिन श्रोता गणों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी आयोजन के कोषाध्यक्ष सरवन केडिया ने कहा कि.
राम कथा मे नवगछिया अनुमंडल के अलावा बाहर से आए श्रोता गण प्रवचन का लाभ उठा रहे हैं इस आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष दिनेश सर्राफ, उपाध्यक्ष बनवारी पंसारी, सचिव शिव जयसवाल, कोषाध्यक्ष श्रवण केडिया, मुख्य यजमान विनीत खेमका, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, विशाल चिरानिया, विनीत चिरानिया, अनिल चिरानिया, संतोष भगत, अनिल भगत, कैलाश अग्रवाल, किशन चिरानिया, किशन यादुका, अवधेश गुप्ता, रोहित मावंडिया, रवि चिरानिया, दयाराम चौधरी, संतोष यादुका, शंकर चिरानिया, अरूण यादुका, श्रीधर शर्मा आदि लगे हुए हैं .