तेलंगाना के भोईगुड़ा में स्क्रैप गोदाम में शॉर्ट सर्किट से लगी आग की वजह से 11 मजदूरों की मौत मामले में सीएम नीतीश कुमार ने गहरा दुख जताया है। उन्होने कहा है कि यह घटना बहुत दुखद है। राज्य सरकार हादसे में मरने वालों के परिजनों की सहायता के लिए हर संभव उपाय करेगी। फिलहाल सभी मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है। सीएम ने कहा कि तेलंगाना राज्य सरकार की ओर से भी 5-5 लाख के मुआवजे की घोषणा की गई है। सीएम ने यह भी कहा कि मृतकों के आश्रितों के भरण पोषण का उचित इंतजाम किया जाना चाहिए।
इस बीच इस भीषण हादसे में मरने वाले सभी लोगों की मोटा मोटी पहचान हो गयी है। जानकारी के मुताबिक मरने वालों के नाम औरअनुमानित उम्र इस प्रकार से हैं।
सिकन्दर 40 वर्ष
बिट्टु कुमार 23 वर्ष
दुर्गा राम 35 वर्ष
गोलु कुमार 28 वर्ष
दीपक कुमार, 25 वर्ष
सत्येन्द्र 38 वर्ष
दामोदर 27 वर्ष
चिंटु 27 वर्ष
राकेश कुमार 25 वर्ष
पंकज 26 वर्ष
दिनेश 35 वर्ष
मरने वाले सभी मजदूर बिहार के थे। इनमें से छपरा के 8 मजदूर थे। बिहार भवन में डिप्टी लेबर कमिश्नर के अनुसार
मरने वालों में 3 कटिहार के भी हैं। सभी मरने वालों की पहचान सुनिश्ति करने की कोशश जारी है। डिप्टी कमिश्नर दिग्विजय सिंह ने बताया है कि हैदराबाद में हुए आग हादसे में हुई 11 मृतकों में सारण जिले के अमनौर के अगुवान गांव के 2, बनियापुर के बंगलीपट्टी गांव के 2, मढ़ौरा के बबुआरापट्टी गांव के 1 और परसा के शगुनी श्रीरामपुर और मकैर के पुरुषोत्तमपुर के 1-1 की पहचान की जा सकी है। आठवें शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। बाकी 3 लोग कटिहार जिले के बताए जा रहे हैं।
अमनौर के अगुआन गांव के दोनों मृतकों के नाम बिट्टु कुमार और दीपक कुमार हैं। दोनों चाचा भतीजा बताए जा रहे हैं। इस घटना से अगुआन गांव में कोहराम मच गया है। पता चला है कि करीब दो माह पहले ही दोनों हैदराबाद गए थे। वे छे साल से हैदराबाद में काम कर रहे थे। पीड़ित परिवारों के संबंधि उनके घर पहुंचने लगे हैं।