नवगछिया – ट्रेन के चपेट में आने से मारी गयी धर्मशीला देवी के पति रुपौली थाना क्षेत्र के ग्वालपाड़ा निवासी साजन कुमार का रो – रो कर बुरा हाल है. उसने बताया कि धर्मशीला के पेट में पथरी हो गयी थी, इसी कारण वह इलाज कराने मायके मदहदपुर गयी थी. एक बार वह खगड़िया में चिकित्सक को दिखा कर आ गयी थी, तीन दिन बाद उसे फिर बुलाया गया था. वह वहीं जा रही थी. साजन ने बताया कि उसे दो बच्चे थे, नबोध बालक राजवीर मारा गया और चार साल की रश्मि कूमारी घर पर है.
साजन ने कहा कि धर्मशीला से उसका गहरा स्नेह था, वह काम मे व्यस्त था, इसलिए मायके जा कर इलाज करवाने को कहा, लेकिन अगर जनता तो उसे मायके कभी नहीं भेजता. साजन अपने नबोध पुत्र को याद कर फूट फूट कर रो रहा था. साजन ने कहा कि उसकी हंसती खेलती दुनियां उजड़ गयी. इधर महदतपुर गांव के लोगों ने बताया कि धर्मशीला की मां अपनी पुत्री से बेहद प्यार करती थी, इसी कारण उसकी हर समस्या का निदान के लिए खुद पहल करने को तैयार रहती थी. धर्मशीला की मां के कहने पर ही साजन उसे मायके इलाज के लिए भेजने को तैयार हुए थे.
चार बजे सुबह घर से निकले थे तीनों
मृतका धर्मशीला के चाचा विनोद सिंह ने बताया कि तीनों सुबह चार बजे खरीक रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हो गए थे. कहा जा रहा है पटरी होते हुए सभी स्टेशन जा रहे थे. किसी अज्ञात ट्रेन की चपेट में सभी आ गए. विनोद सिंह ने कहा कि उनलोगों को घटना की जानकारी सुबह दस बजे मिली तो वे लोग अस्पताल पहुंचे और सभी मृतकों की पहचान की. इधर आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने मृतकों के परिजन को सरकारी नौकरी और समुचित मुआवजा देने की मांग की है.