भागलपुर /निभाष मोदी
भागलपुर,आशानंदपुर इमामबाड़ा से आलम का जुलूस निकाला गया। इसमें बड़ी संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया। सभी इमामबाड़ा से हुसैन की शहादत को याद कर लोगों ने जंजीरी मातम कर गम का इजहार कर रहे थे। मजलिस के बाद जुलूस में बच्चे युवा और बुजुर्ग ने जंजीर से मातम किया ।
जंजीरी मातम कर रहे लोगों ने बताया कि उसके शरीर को यह जख्म दवा के बगैर भी भर जाते हैं हमारा मानना है कि अगर हम कर्बला में होते तो हजरत इमाम हुसैन की शहादत ना होने देते और अपनी जान की कुर्बानी दे देने के बावजूद ऐसा हो ना सका। कर्बला की याद में हुसैन के नाम पर अपना खून बहाते हैं । इधर इमामबाड़ा से सैकड़ों लोग लल्लू मियां के दरगाह पहुंचे यहां मातम के बाद शाहजंगी की तलाब में पहलाम किया गया।