संगीता चौधरी
सनातन संस्कृति का सबसे पवित्र माह सावन 25 जुलाई से आरंभ हो रहा है। इस विशेष माह में शिव की आराधना, उपासना और अभिषेक से मनोकामना पूर्ण होती है। मन में भक्ति, शक्ति, पवित्रता, उल्लास, साधना और अध्यात्म की भावना उमड़ पड़ती है। सनातनी मन अपने आपको
फिर आया शिव का श्रावण मास 25 जुलाई से होगा आरंभ, 13 अगस्त को नाग पंचमी व 22 को मनाया जाएगा रक्षाबंधन शिवभक्ति में समाहित करने लगता है। नवगछिया के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ० रजनीकांत देव के अनुसार श्रावण मास की शुरुआत रविवार से तो समाप्ति भी रविवार को ही हो रही है, जो बेहद खास है। प्रतिपदा को श्रवण नक्षत्र का संयोग चार चांद लगाने वाला होगा। सावन में नवग्रह पूजन विशेष फलदायी होता है।
वहीं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पांडेय के अनुसार सावन महीने में पवित्रता पूर्ण जीवनयापित करें। नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें। शिव का गंगाजल, गाय के दूध से अभिषेक करें। फल-फूल, बिल्वपत्र, धतूरा और अन्य पूजन सामग्री से शिव का दरबार सजाएं और उनको महाआरती करें सावन में पूरे महीने पत्ते वाली सब्जियां न खाएं, सिर्फ सात्विक भोजन करें। इस महीने में एक ही समय भोजन करना चाहिए।
जीएस न्यूज परिवार की ओर से सावन मास की शुभकामनाएं ।
हर हर महादेव 🙏