भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर ,जहां केंद्र सरकार से लेकर बिहार सरकार द्वारा जल जीवन हरियाली को लेकर मुहिम चलाते दिखते है । साथ ही साथ क्लाइमेट चेंज को लेकर सरकार जनता को लगातार जागरूक कर वृक्षों को लगाने को कहते दिखते है।इसके लिए मनरेगा विभाग के द्वारा सरकारी जमीन से लेकर के प्राइवेट जमीन तक में वृक्षों को लगाया जाता है।वही दूसरी तरफ भारत सरकार के रेलवे विभाग के अधिकारी और कर्मियों द्वारा रेलवे विभाग के जमीन पर लगे वृक्ष को धड़ल्ले से काटे जाने का मामला प्रकाश में आया है। जहां रेलवे के कर्मी जमीन साफ करने के नाम पर वहा लगे वृक्षों को जेसीबी के द्वारा हटाया जा रहा है जब इस संबंध में स्थल पर मौजूद रेलवे के IOW अधिकारी अजय कुमार से जब इस संबंध में पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि जेसीबी से तोड़ा गया यह पेड़ नही है बल्कि सजमैन सब्जी का पेड़ है जबकि वीडियो और फोटो में.
साफ कैद है वह सजमैन का नही बल्कि किसी किस्म का लगभग 30 से 40 फीट का पेड़ है।हम आपको बता दे की सरकारी जमीन पर पेड़ को काटने के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग से उसका एनओसी सहित 1 पेड़ के बदले 3 पेड़ लगाने का प्रावधान है।जब इसकी जानकारी जिला वन एवं पर्यावरण पदाधिकारी भारत चिंतापली से इस संबंध में बात की तो उनके द्वारा रेंज ऑफिसर ब्रज नंदन सिंह को जांच कर प्राथमिकी दर्ज करने को कहा गया है।सबसे बड़ा सवाल उठता है की क्या सरकार के द्वारा लगातार जल जीवन हरियाली और क्लाइमेट चेंज को लेकर बात करती है लेकिन उनके ही विभाग और अधिकारी उस आदेश को ताख पर रख कर कार्य करते है।
क्या सारे नियम और कानून सिर्फ व सिर्फ जनता के लिए ही बनता है।जानकर बताते है की रेल विभाग द्वारा इस जमीन को 32 लाख रुपए में डिजनी लैंड लगाने वाले को लीज पर दे रखा है उसी को लेकर के यहां साफ सफाई के नाम पर पेड़ पौधों को हटाया जा रहा है।वही स्थानीय प्रशासन ने बताया की यहां भी आवेदन आया था लेकिन इस संबंध में उच्चा अधिकारी को इसकी सूचना दे दी गई है और उच्चा अधिकारी द्वारा अभी तक किसी प्रकार का आदेश हमलोग को नही दिया जाने की बात कही है।की डिजनी लैंड लगाया जाय।