मुख्य अभियंता राकेश कुमार ने कटिहार के मुख्य अभियंता अनिल कुमार के साथ इस्माईलपुर-बिंद टोली के बीच बने विभिन्न कटाव स्थलों का निरीक्षण किया. अधीक्षण अभियंता मो असलम भी उनके साथ मौजूद थे. उन्होंने इस वर्ष गंगा नदी की बाढ़ से क्षतिग्रस्त तटबंध के हिस्से व विभिन्न संवेदनशील स्परों का निरीक्षण किया. अभी तक तटबंध व स्परों के बचाव के लिए किये गये कार्यों की जानकारी मौके पर मौजूद अभियंताओं से ली.
उन्हें बताया गया कि लगभग 100-150 मीटर में लूप बना कर गंगा नदी ने तटबंध को नुकसान करने का प्रयास किया, लेकिन कटाव निरोधी कार्य से इसे रोकने में सफलता मिली. उन्होंने मुख्य अभियंता से स्पर संख्या पांच से आठ के बीच में स्पर की लंबाई-चौड़ाई व गंगा नदी के विपरीत कटी मिट्टी की जानकारी ली. मुख्य अभियंता ई अनिल कुमार ने बताया कि सोल कटिंग से कई जगहों पर पानी के दबाव की समस्या नहीं रही. पानी का दबाव होने पर तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया.
उन्होंने सभी स्परों पर विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बढ़ते व घटते क्रम में गंगा नदी में कटाव होता है, निगरानी बनाये रखना है.जिस तरह से नदी का दबाव बना हुआ है, हो सकता है कि कुछ और नुकसान करे. इसके लिए प्रॉविंग करवा कर नदी की गहराई को हर समय देखते रहने का निर्देश दिया. इस्माईलपुर से बिंंदटोली के बीच सैदपुर के पास स्पर संख्या छह एन के समीप स्पर व तटबंध का 50 से 60 मीटर हिस्सा गंगा नदी में समा गया. कटाव निरोधी कार्य से तत्काल तटबंध को बचाया गया है. जल संसाधन विभाग पटना मुख्यालय से रूपांकन के मुख्य अभियंता व अन्य अभियंताओं को निरीक्षण के लिए भेजा गया था. अगले वर्ष की योजना में प्राक्कलन बना कर स्वीकृति के लिए भेजा जा सके.