- कई गांव के करीब पहुचा बाढ़ का पानी, संभावित बाढ़ को लेकर घर के सामानों को सुरक्षित करने में जुटे लोग
नवगछिया : गंगा नदी के बाढ़ का संकट नवगछिया के दर्जनों गांव पर मंडराने लगा है. गंगा नदी खतरे के निशान को छूने को बेताब हैं. नदी का जल स्तर जहां खतरे के निशान 31.60 मीटर से महज 45 सेंटीमीटर नीचे 31.15 मीटर पर बह रही है। हालांकि पिछले 24 घंटे में नदी के जल स्तर में महज तीन सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है जिससे थोड़ी राहत है. नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण तटवर्ती इलाके के गांव के लोगो मे संभावित बाढ़ का भय व्याप्त हो गया है.
बाढ़ कक भय सबसे अधिक इस्माईलपुर प्रखंड के लोगों में है. गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण शुक्रवार की देर रात परबत्ता धार में ग्रामीणों के सहयोग से बनाए गए बांध के ध्वस्त होने के बाद गंगा नदी का पानी तेजी से इस्माईलपुर दियारा इलाके में फैल रहा है. प्रखंड के कई गांव ऐसे हैं जहां गंगा नदी के बाढ़ का पानी करीब पहुच गया है. गंगा नदी के जल स्तर में अगर वृद्धि जारी रही तो इस्माईलपुर के कई गांव गंगा नदी की बाढ़ के चपेट में आ जाएगा.
गंगा नदी के जल स्तर में जारी वृद्धि एवं गांव के करीब बाढ़ का पानी पहुच जाने के कारण लोग संभावित बाढ़ को लेकर अभी से ही अपने घर के सामानों को सुरक्षित स्थानों पर रखने को तैयारी शुरू कर दी है. इस्माईलपुर के लोगों का कहना है कि परबत्ता धार का बांध बह जाने से हम लोगों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. लोगों ने कहा कि 15 दिन भी समय मिल जाता तो कुछ फसल तैयार हों जाती. फसल तैयारी करने को लेकर ही वहां पर बांध बनाया गया था. लोगो ने कहा कि अब हम लोगो का घर भी बाढ़ की चपेट में आ जाएगा. वहीं गंगा नदी के जल स्तर में हुई वृद्धि के कारण इस्माईलपुर बिंदटोली के बीच बने स्परों पर भी नदी का दबाव बढ़ने लगा है.